ओडिशा में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है, जहां उत्तर ओडिशा के बालासोर, भद्रक और जाजपुर जिलों में 170 से अधिक गांव जलमग्न हैं। यह बाढ़ लगातार दूसरे दिन भी जारी है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बंगाल की खाड़ी में बने नए निम्न दबाव क्षेत्र के कारण अगले चार दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के अनुसार, 26 और 27 अगस्त को गजपति, रायगढ़, नयागढ़ और कंधमाल जिलों में अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है।
इसके अलावा, बालासोर, भद्रक, जाजपुर, केंद्रपाड़ा, कटक, जगतसिंहपुर, पुरी, खुर्दा, सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा, बargarh, संबलपुर, देवगढ़, अंगुल, ढेंकानल, केओंझर, मयूरभंज, सोनपुर, बौध, नुआपाड़ा और बोलांगीर जिलों में भी भारी बारिश और आंधी-तूफान की संभावना है। IMD ने इन क्षेत्रों में सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण कई स्थानों पर तटबंध टूटने की घटनाएं भी सामने आई हैं। जाजपुर जिले में कानी नदी के तटबंध में दरार आने से 14 ब्लॉकों के 60 से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं। बालासोर, भद्रक और सुंदरगढ़ जिलों में भी नदियों के उफान से सड़कें जलमग्न हो गई हैं, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है।
राज्य आपदा मोचन बल (ODRAF) और अग्निशमन सेवाएं राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। अब तक 5,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में खाद्य और चिकित्सा सहायता प्रदान की है, और स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है।।
राज्य सरकार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों को प्राथमिकता दी है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।