पाकिस्तान ने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत से बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका से मदद की गुहार लगाई है। इससे पहले, चीन, ईरान और तुर्की ने पाकिस्तान के साथ खड़ा होने का संकेत दिया था, लेकिन इन देशों की मदद भी पाकिस्तान के लिए पर्याप्त नहीं रही।
चीन ने पाकिस्तान को सैन्य सहायता देने की बात की थी, जबकि तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगन ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने की अपील की थी। हालांकि, इन देशों की मदद पाकिस्तान के लिए निर्णायक साबित नहीं हुई।
अब पाकिस्तान ने अमेरिका से सहायता की मांग की है, ताकि वह कश्मीर में बढ़ते तनाव को कम कर सके और क्षेत्रीय सुरक्षा सुनिश्चित कर सके। अमेरिका ने पहले पाकिस्तान को सुरक्षा सहायता में $397 मिलियन की छूट दी थी, लेकिन अब पाकिस्तान की स्थिति में सुधार के लिए और मदद की आवश्यकता महसूस हो रही है।
पाकिस्तान की यह अपील दर्शाती है कि अंतरराष्ट्रीय समर्थन के बावजूद, वह अकेले अपने सुरक्षा मुद्दों का समाधान नहीं कर पा रहा है।