संसद के मानसून सत्र का 17वाँ दिन सुबह से ही भारी विरोध प्रदर्शन के कारण बाधित रहा, जिसमें प्रमुख विपक्षी दलों ने बिहार में चल रहे विशेष गहन मतदाता सूची संशोधन (SIR) को “वोट चोरी” बताया। लोकसभा में विपक्षी सांसदों के जोरदार नारे और प्रदर्शन के चलते कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई, जबकि राज्यसभा दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित रही ।
आंदोलन के दौरान कई विपक्षी नेता, जिनमें राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, शरद पवार शामिल थे, संसद भवन से सांसदों की एक रैली निकालने का प्रयास कर निर्वाचन आयोग तक ज्ञापन सौंपना चाह रहे थे, मगर दिल्ली पुलिस ने उन्हें रोक दिया जिसमें कुछ नेताओं को शांति भंग के आरोप में थाने ले जाया गया और बाद में छोड़ दिया गया।
इस बीच, सरकार ने “गोवा विधानसभा में अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षण” बिल पास कर दिया, जो इस सत्र का एकमात्र पारित विधेयक रहा । विपक्ष द्वारा लगातार विधायी कार्यवाही में बाधा डाले जाने से संसद की कार्यक्षमता पर प्रश्न चिह्न लग गया है।