उत्‍तराखंड

पिथौरागढ़ में बारिश का कहर: उफनती नदियों ने मोटर पुल और लकड़ी का पुल बहाया, 50 से ज़्यादा परिवार बेहाल

पिथौरागढ़ में बारिश का कहर: उफनती नदियों ने मोटर पुल और लकड़ी का पुल बहाया, 50 से ज़्यादा परिवार बेहाल

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में मंगलवार को अचानक मूसलाधार बारिश से धारचूला क्षेत्र की तल्ला दारमा घाटी में कहर बरप गया। उमचिया ग्राम पंचायत में नेहल गाड़ नदी का जलस्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया और 36 मीटर लंबा नया मोटर पुल, जिसे पीएमजीएसवाई के तहत 2.13 करोड़ रुपये खर्च कर बनाया गया था, पूरी तरह बह गया। इसके साथ ही जोड़ने वाला लकड़ी का पुल भी नदी के उफान में बहे चला गया ।

इस आपदा की वजह से करीब 50 से अधिक परिवारों का आवागमन प्रभावित हुआ। उन्हें रातभर डर और असमंजस की हालत में रह कर सुरक्षित ऊँचे स्थानों या पास के सुरक्षा पोस्ट में शरण लेनी पड़ी । रीढ़ की हड्डी की तरह काम करने वाले इन पुलों का बह जाना, स्थानीय लोगों के जीवन और आर्थिक गतिविधियों को बुरी तरह प्रभावित कर गया।

भूस्खलन की आशंका के बीच स्थानीय बिजली व्यवस्था भी ध्वस्त हो गई, जब दो बिजली के खंभे बह निकले । एसडीएम जितेंद्र वर्मा ने बताया कि राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है और नुकसान का आकलन जारी है ।

यह हादसा मानसून के दौरान पहाड़ी क्षेत्रों में अपरिहार्य प्राकृतिक खतरों को उजागर करता है। प्रशासन को आपातकालीन पुलों और स्थायी समाधान की ओर शीघ्र कदम बढ़ाने की सख्त ज़रूरत है, ताकि भविष्य में जनजीवन पर असर और सामान पर निर्भरता कम हो सके।

Exit mobile version