बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रशांत किशोर ने अपनी पार्टी जन सुराज को लेकर बड़ा बयान दिया है — कहा है कि पार्टी को या तो 10 से कम सीटें मिलेंगी या फिर 150 से ज्यादा; बीच का कोई विकल्प नहीं होगा।
उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि जनता उनके विज़न में भरोसा करें, तो 150 से ऊपर की हासिल संभव है, और यदि भरोसा न हो, तो पार्टी की हालत 10 से भी नीचे की हो सकती है।
किशोर ने यह भी पुष्टि की है कि वे स्वयं चुनाव नहीं लड़ेंगे, बल्कि संगठन को मजबूत करने और रणनीति पर ध्यान देंगे। राष्ट्रीय और राज्य-स्तरीय पार्टियों पर निशाना साधते हुए, उन्होंने कहा कि या तो जन सुराज बड़ा बदलाव लाएगा या पूरी तरह असफल रहेगा।
इस बीच, विपक्ष और NDA में उनका यह दावा चर्चा का विषय बन गया है। कई नेताओं ने उनकी संभावना और इस तरह की चरम आशाओं पर कटाक्ष किया है।
इस बयान ने स्पष्ट संकेत दिया है कि किशोर राजनीति को नए स्वरूप से आत्मस्थापित करना चाहते हैं — या तो तहलका मचाने की तैयारी है या भविष्य की राजनीति का एक जोखिम भरा दांव।