रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिसंबर 2025 में भारत का दौरा करने की योजना बना रहे हैं। यह उनकी पहली यात्रा होगी, जो रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद भारत के लिए निर्धारित है। पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण को स्वीकार किया है, और यह यात्रा 23वीं भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के तहत प्रस्तावित है। हालांकि, यात्रा की तिथि को लेकर अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
इस यात्रा के दौरान, दोनों देशों के नेताओं के बीच ऊर्जा सुरक्षा, रक्षा सहयोग, प्रौद्योगिकी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, और बहुपक्षीय मंचों जैसे SCO और BRICS पर चर्चा होने की संभावना है। विशेष रूप से, भारत-रूस संबंधों में ऊर्जा सहयोग महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत रूस से कच्चे तेल का आयात करता है। हालांकि, अमेरिका ने भारत के रूस से तेल आयात पर 50% शुल्क लगाया है, फिर भी दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत बने हुए हैं।
इस यात्रा से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूती मिलने की उम्मीद है, जो वैश्विक राजनीति और व्यापारिक परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।