मेघालय में हनीमून पर गए इंदौर के राजा रघुवंशी (29) की हत्या की सनसनीखेज घटना के बाद सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर उत्तर‑पूर्वी लोगों के खिलाफ नस्लीय टिप्पणी और घोर उपहास का भारी प्रवाह देखने को मिला है। घटना की जानकारी मिलने के बाद कई राजनीतिक एवं सामाजिक समूहों ने आपत्ति जताते हुए पब्लिक से सफाई और माफ़ी की माँग की है ।
राजा और उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी, जो 23 मई को चले गए थे, अगले चार दिन तक लापता रहे। 2 जून को मेघालय के विए सॉडोंग फॉल्स के पास उनका शव मिला था, जिसमें तेज धार वाले ओजस्वी चोटों के निशान थे। मामले में सोनम ने आत्मसमर्पण किया और उन पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है, जिसमें किसी व्यक्तिगत संबंध की भूमिका सामने आ रही है ।
उत्तर‑पूर्वी समुदायों का कहना है कि घटना के बाद क्षेत्र की नागरिकता और संस्कृति को लेकर जो ज़हरीली टिप्पणियाँ फैली, वे बेहद कष्टदायक और अमानवीय थीं। उन्होंने केंद्र व सरकार से सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगने को कहा है ।
इस हत्याकांड की जांच तेज़ी से जारी है: चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक अभी भी फरार है।