जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में सोमवार रात हुई भीषण गोलाबारी ने एक बार फिर आम लोगों की ज़िंदगी को झकझोर कर रख दिया। पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा (LoC) पर की गई अंधाधुंध फायरिंग के चलते कई रिहायशी घरों को भारी नुकसान पहुंचा है। कुछ घर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं, जिससे कई परिवार बेघर हो गए हैं।
गोलाबारी का सबसे ज़्यादा असर सीमावर्ती गांवों में देखने को मिला, जहां नवविवाहित जोड़े भी अपने नए जीवन की शुरुआत कर ही रहे थे। लेकिन अचानक हुई इस हिंसक घटना ने उनके सपनों को दहशत में बदल दिया। गांववालों ने बताया कि भारी धमाकों के बीच वे रातभर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हो गए।
स्थानीय प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर दिए हैं और विस्थापित परिवारों को अस्थायी शिविरों में भेजा जा रहा है। वहीं सेना और बीएसएफ की टीमों ने मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की है।
पुलिस और जिला प्रशासन स्थिति पर नज़र बनाए हुए है, लेकिन लगातार हो रही गोलाबारी से लोगों में दहशत और असुरक्षा की भावना बढ़ रही है। ग्रामीणों ने सरकार से स्थायी समाधान और पुनर्वास की मांग की है।