उत्तराखंड पुलिस ने देहरादून के विकासनगर क्षेत्र में एक दुर्लभ दो-मुंहा रेड सैंड बोआ (लाल रेत बोआ) सांप की तस्करी का पर्दाफाश करते हुए तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में अनिल कुमार (40) हरियाणा के कुरुक्षेत्र से, अशोक कुमार (50) यमुनानगर से और संदीप कुमार (41) उत्तराखंड के हरिद्वार जिले से हैं। ये सभी अंतरराष्ट्रीय वन्यजीव तस्करी नेटवर्क ‘लाडवा गैंग’ के सदस्य बताए जा रहे हैं।
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपी एक बिना रजिस्ट्रेशन की सफेद कार में दुर्लभ प्रजाति का सांप लेकर देहरादून में बेचने की योजना बना रहे हैं। एसएसपी अजय सिंह के निर्देश पर पुलिस टीम ने विकासनगर के कूड़ा घाटी क्षेत्र में नाकेबंदी कर वाहन की तलाशी ली, जहां पीछे की सीट से दो सिर वाला रेड सैंड बोआ बरामद हुआ।
यह सांप अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग ₹1 करोड़ की कीमत का है और इसे भारत के वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षित प्रजाति माना जाता है। इसकी तस्करी के पीछे काले जादू और पारंपरिक चिकित्सा में इसके कथित उपयोग की मान्यता है।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है। इस कार्रवाई से वन्यजीव तस्करी के खिलाफ उत्तराखंड पुलिस की सतर्कता और प्रतिबद्धता स्पष्ट होती है।