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पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी मामला: मुस्लिम देशों की एकजुटता-नाराजगी साधने में जुटी भारत सरकार, पाक मामले को दे रहा तूल

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साल 2014 में केंद्र की सत्ता संभालने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने शानदार कूटनीति की बदौलत कई देशों के साथ भारत के रिश्ते मजबूत किए. अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, जापान, इजराइल जर्मनी और फ्रांस समेत कई देशों से भारत ने दोस्ती की नई शुरुआत की. इसके साथ प्रधानमंत्री मोदी ने अरब देशों के साथ भी मधुर संबंध स्थापित किए. हाल के वर्षों में कई मौकों पर पाकिस्तान के कश्मीर के अलाप पर सऊदी अरब, यूएई और कुवैत समेत कई देश भारत का आंतरिक मामला बताकर तटस्थ रहे. लेकिन एक विवादित टिप्पणी ने अरब देशों के साथ भारत के दोस्ताना संबंधों पर दरार आ गई है. मौकापरस्त पाकिस्तान और अफगानिस्तान पर शासन कर रहा तालिबान भी इस मामले में कूद पड़ा है. वैसे भी पाकिस्तान तो ऐसे समय की हमेशा से ही मौके की तलाश में जुटा रहता है. बता दें कि भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा ने 31 मई को एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद साहब पर टिप्पणी की थी.

पहले नूपुर की टिप्पणी पर उत्तर प्रदेश के कानपुर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद दो समुदायों में हिंसा हुई. धीरे-धीरे यह विवादित टिप्पणी भाजपा के गले की फांस बन गई. विपक्षी पार्टियों ने नूपुर के बयान की निंदा की. इसके बाद यह मामला भारत से निकलकर कई मुस्लिम देशों में पहुंच गया. भाजपा के दो नेताओं की ओर से पैगंबर मोहम्‍मद पर की गईं टिप्‍पणियों ने मुस्लिम देशों को भारत के खिलाफ एकजुट कर दिया है. सऊदी अरब, कुवैत, कतर, जॉर्डन, यूएई, मलेशिया, मालदीव ओमान, ईरान, पाकिस्‍तान, अफगानिस्‍तान-तालिबान उन देशों की लिस्‍ट लंबी हो गई जिन्‍होंने नाराजगी जाहिर की है. अरब देशों के एकजुट होने पर भारत सरकार के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है. विरोध और नाराजगी के बीच केंद्र सरकार ने तमाम अरब देशों को स्पष्ट संदेश दिया है कि किसी भी धार्मिक भावनाओं के खिलाफ टिप्पणियों की हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं.

हालांकि सऊदी अरब और कुवैत ने भारत सरकार के भाजपा के दोनों नेताओं को निलंबित करने पर स्वागत भी किया है. पाकिस्तान को मिला मौका. सोमवार को पाकिस्‍तान ने भारतीय प्रतिनिधि को बुलाकर फटकार लगाई. पाकिस्‍तान के विदेश मंत्रालय ने शर्मा-जिंदल की टिप्‍पणियों को अस्‍वीकार्य करार दिया. पाकिस्‍तान ने कहा कि ऐसी टिप्‍पणियों से ‘दुनिया भर के मुस्लिमों की भावनाएं आहत हुई हैं. प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने भी एक बयान में कहा था कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व में भारत में धार्मिक स्‍वतंत्रताओं को कुचला जा रहा है और मुस्लिमों पर अत्‍याचार किए जा रहे हैं. अफगानिस्‍तान पर शासन कर रहा तालिबान ने कहा कि अफगानिस्‍तान कड़े शब्‍दों में पैगंबर के खिलाफ आपत्तिजनक शब्‍दों की निंदा की. तालिबान ने भारत सरकार से अपील की कि ऐसे ‘सिरफिरों’ को इस्‍लाम के अपमान की अनुमति न दें.

–शंभू नाथ गौतम

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