भारत के विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ऋषभ पंत ने टेस्ट इतिहास में नया अध्याय लिखा है, जब उन्होंने इंग्लैंड में विदेश में सबसे पहले विकेटकीपर के रूप में 1,000 से ज़्यादा टेस्ट रन पूरे किए। यह उपलब्धि उन्होंने चौथे टेस्ट (मैच डी की पारी में 37* रन बनाकर) हासिल की — जिससे उनका कुल टेस्ट रन tally इंग्लैंड में 1,018 रन हो गया, औसत 44.26 के साथ, जिसमें चार शतक और चार अर्धशतक शामिल हैं ।
यह रिकॉर्ड सिर्फ भारतीय विरासत नहीं है — किसी भी टेस्ट क्रिकेट टीम के विकेटकीपर‑बल्लेबाज़ों में पंत ही वह पहला खिलाड़ी हैं, जिन्होंने यह मुकाम विदेशी धरती पर हासिल किया है । इससे पहले एमएस धोनी, एडम गिलक्रिस्ट जैसे दिग्गज भी इंग्लैंड में 1,000 रन तक नहीं पहुँच पाए थे।
दुर्भाग्यवश, इस ऐतिहासिक दिन पर पंत को चोट लग गई। उन्होंने रिवर्स स्वीप खेलते समय पैर पर गेंद लगने से चोटग्रस्त होकर 37 रन बनाकर मैदान छोड़ना पड़ा। मेडिकल टीम तुरंत मैदान पर उतरी और उन्हें सहायता से बाहर ले जाया गया। ओल्ड ट्रैफर्ड में उनके इस कारनामे से टीम इंडिया को बड़ी उम्मीद मिली थी, लेकिन चोट ने थोड़ा रोड़ा अटका दिया।
पंत की यह उपलब्धि उन्हें इंग्लैंड में सबसे सफल भारतीय विकेटकीपर‑बल्लेबाज़ों की कतार में लेकर आती है — सभी का ध्यान अब उनकी चोट से ठीक होकर वापसी पर रहेगा।