विशेष जांच दल (SIT) ने हैदराबाद के Shamshabad में स्थित एक गेस्टहाउस से 12 कार्डबोर्ड बॉक्स में छुपाए गए ₹11 करोड़ नगद जब्त किए। ये बॉक्स ‘office files’ के रूप में पैक थे, जिससे छिपाने की कोशिश की गई थी । जांच के दौरान आरोपी वारण पुरुषोत्तम (A-40) ने मौजदूगी बचाने वाले स्थान के बारे में जानकारी दी। कसमखाने में पाया गया कि Kesireddy Rajashekar Reddy एवं चाणक्य जैसे आरोपी इस राशि की छुपाने की प्रक्रिया में शामिल थे ।
जांच से यह भी सामने आया है कि इस शराब नीति घोटाले में लगभग ₹3,500 करोड़ वित्तीय अनियमितताएँ हुई थीं—जो 2019 से 2024 तक प्रति माह ₹50‑60 करोड़ की किकबैक के रूप में राजनैतिक दलों तक पहुंची थीं । चूंकि YSRCP नेता और सांसद P.V. Midhun Reddy सहित Kesireddy एवं अन्य नेताओं का नाम आरोपियों में शामिल है, ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री Y.S. Jagan Mohan Reddy को लाभार्थी के रूप में दाखिल दस्तावेज़ों में नामित किया गया है—हालांकि अभी तक उन्हें प्रत्यक्ष आरोप नहीं लगे हैं ।
इस घोटाले की जांच अभी जारी है, जिसमें ED (Enforcement Directorate) ने भी मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है । SIT ने अब तक 12 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार कर दस्तावेज और डिजिटल ट्रेल की तलाश की है।