महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में आज एक महत्वपूर्ण राजनीतिक एवं सुरक्षा घटना घटी है। वरिष्ठ नक्सली नेता मल्लोजुला वेणुगोपाल राव, जिन्हें भूपति नाम से जाना जाता है, ने लगभग 60 अन्य माओवादी कैडर के साथ हथियार डाले और पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
राव एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नक्सली रणनीतिज्ञ थे, जिनका नाम उग्रवाद समर्थकों और सुरक्षा एजेंसियों दोनों में खासी प्रतिष्ठित था। आत्मसमर्पण में शामिल कैडरों में एक केंद्रीय समिति के सदस्य और कुछ क्षेत्रीय समिति सदस्य भी शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार, भूपति ने हथियारबंद संघर्ष को निष्फल मानते हुए शांति और संवाद की ओर जाने की बात कही है। उन्होंने केंद्र सरकार से एक महीने का समय देने का निवेदन किया है ताकि वह अन्य नक्सलियों और संगठन के सदस्यों से बातचीत कर सकें।
यह घटना नक्सल आंदोलन को बड़ा झटका मानी जा रही है। सुरक्षा एजेंसियों को उम्मीद है कि इस आत्मसमर्पण से अन्य कैडरों पर भी सकारात्मक दबाव पड़ेगा और गढ़चिरौली सहित प्रभावित क्षेत्रों में शान्ति बहाल करने में सहायता मिलेगी।