भारतीय शेयर बाजार में आज भारी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स 800 से अधिक अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 महत्वपूर्ण स्तर 24,550 के नीचे फिसल गया। निवेशकों के बीच अचानक फैली घबराहट के कारण बाजार में बिकवाली का दौर देखने को मिला।
विशेषज्ञों के अनुसार, बाजार में गिरावट की प्रमुख वजहें वैश्विक संकेतों की कमजोरी, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों को लेकर सख्त टिप्पणी, और विदेशी निवेशकों द्वारा भारी बिकवाली हैं। इसके साथ ही घरेलू स्तर पर आगामी आम चुनावों के नतीजों को लेकर अनिश्चितता और कुछ प्रमुख कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजों ने भी निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया।
बैंकिंग, आईटी, और ऑटो सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली। निवेशकों ने सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर रुख किया, जिससे शेयरों की कीमतों में तेज गिरावट आई।
विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक वैश्विक और घरेलू स्थिरता नहीं आती, तब तक बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे घबराने के बजाय सोच-समझकर और दीर्घकालिक रणनीति के तहत निवेश करें।