Sidhu Moose Wala Murder: गाड़ी में मौजूूद दोस्‍त ने बताया कैसे हुई घटना, और क्यों साथ नहीं थे सुरक्षाकर्मी

महज 28 साल पंजाब के मशहूर सिंगर और कांग्रेस के नेता सिद्धू मूसेवाला की पंजाब के मनसा जिले में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई. हमलावरों ने सिद्धू मूसेवाला पर लगातार 30 गोलियां बरसाईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. वारदात के दौरान उनके साथ गाड़ी में दो दोस्त मौजूद थे. जो बुरी तरह से घायल बताये जा रहे हैं. उधर, सिद्धू के साथ मौजूद दोस्‍त गुरविंदर सिंह ने घटना कैसे हुई इसके बारे में बताया है. घटना में गुरविंदर भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं. उन्‍होंंने बताया कि जब गाड़ी पर गोलियां चलीं तो मूसेवाला ने भी दो फायर किए, लेकिन हमालवरोंं ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी.

डीएमसी में दाखिल गुरविंदर ने बताया कि सिद्धू मूसेवाला रविवार को अपनी बीमार मौसी का हाल जानने के लिए अपने गांव से निकले थे. जैसे ही मानसा के गांव जवाहरके में पहुंचे तो उनकी हत्या कर दी गई. गोली लगने से घायल गुरविंदर सिंह ने कहा कि मैं गाड़ी में पीछे और दूसरा दोस्‍त गुरप्रीत सिंह उनके साथ वाली सीट पर बैठा था.

गुरविंदर सिंह ने बताया कि सिद्धू मूसेवाला की मौसी बीमार थी. वह अचानक उनका हालचाल लेने जाने के लिए तैयार हो गया. गाड़ी में पांच लोगों के बैठने की जगह नहीं थी, इसलिए उन्‍होंने अपने सुरक्षा कर्मियों को साथ नहीं बैठाया. गुरविंदर सिंह के अनुसार जैसे ही वह गांव से कुछ दूर पहुंचे तो सबसे पहले उनके पीछे से एक फायर हुआ. इतने में एक गाड़ी उनके आगे आकर रुक गई. तभी एक युवक गाड़ी के सामने आया और उसने कई गोलियां चलाईं.

गुरविंदर के अनुसार मूसेवाला ने भी अपनी पिस्तौल से जवाब में दो फायर किए थे, मगर सामने वाले हमलावर के पास आटोमैटिक गन होने के कारण वह लगातार फायरिंग करता रहा. मूसेवाला के दो फायर करते ही हमारी गाड़ी पर तीन तरफ से फायरिंग होने लगी. मूसेवाला ने एक बार गाड़ी को भगाने का प्रयास भी किया लेकिन हमें आगे और पीछे दोनों तरफ से घेर लिया गया था.

उधर, गैंग लीडर लॉरेंस बिश्नोई के करीबी सहयोगी कनाडा के गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली है.

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