सोमवार सुबह करीब 10:15 बजे, सरिता विहार स्थित ओखला टैंक बस स्टैंड के पास एक तेज रफ्तार ट्रक, जो गैस सिलिंडरों से भरा हुआ था, नियंत्रण खो बैठा। पहले उसने एक खड़ी मोटरसाइकिल को टक्कर मारी, फिर राहगीरों को कुचल दिया। इस हादसे में 36 वर्षीय सब्बीर (दक्षिणपुरी का निवासी) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मो़हम्मद शानूर (32), सुरेश (44) और 80 वर्षीय बिबती गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायल पीड़ितों को स्थानीय लोगों व PCR टीम द्वारा अपोलो अस्पताल पहुंचाया गया ।
पुलिस के अनुसार, वाहन आश्रम की ओर से आ रहा था। दुर्घटना के बाद ट्रक चालक, ब्रह्मदेव सिंह (Sitamarhi, बिहार), भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन सरिता विहार स्थित अपोलो अस्पताल के रीड लाइट इलाके में ट्रैफिक पुलिस ने उसे पकड़ लिया । ट्रक को जब्त कर लिया गया है, और उस पर भारतीय दंड संहिता की धारा 281 (लापरवाहीपूर्वक ड्राइविंग), 125(a) (जीवन को खतरे में डालना), तथा 106(1) (लापरवाही से मृत्यु का कारण बनना) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस परिसर में क्राइम टीम ने आसपास के फुटेज और साक्ष्यों पर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। चिकित्सा रिपोर्ट्स में घायलों के सिर, पेल्विक, पैर, कंधे में गहरी चोटें बताई गई हैं; सब्बीर की हालत सबसे गंभीर थी, जिससे उसकी मौत हो गई।
यह हादसा सुरक्षा व ट्रैफिक विनियमों की अनुपालना की गंभीर उपेक्षा की निशानी है। दिल्ली पुलिस ने पुनः संकेत दिया है कि रफ्तार व लापरवाही के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि भविष्य में ऐसे जानलेवा घटनाओं को रोका जा सके।