यूकेएसएसएससी भर्ती परीक्षाओं के 11 साल में घोटालों की सावली — आयोग अध्यक्ष और सचिव जेल की सलाखों के पीछे, पांच बार परीक्षा रद्द
देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) के 11 साल के इतिहास में भर्ती परीक्षाएं विवादों से खाली नहीं रहीं। आज यह खुलासा हुआ कि आयोग की गड़बड़ियों और अनियमितताओं के चलते पांच प्रमुख परीक्षाएं रद्द की गईं, जबकि अध्यक्ष और सचिव को जेल जाना पड़ा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस अवधि में आयोग का दो अध्यक्ष कार्यकाल पूर्ण करने से पहले ही इस्तीफा दे गए। एक ऐसे समय में जब परीक्षा-संस्था से उम्मीद होती है कि वह निष्पक्षता बनाए रखे, वहां जुड़े अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगे हैं।
सबसे बड़ा विवाद 2017 की उस परीक्षा से सामने आया, जिसमें एक ही कोचिंग केंद्र से 66 उम्मीदवार सफल हुए थे, जिससे धोखाधड़ी की गंभीर शक हुआ। इसी प्रकार, 2019 में वन आरक्षी परीक्षा के दौरान ब्लूटूथ और हाई-टेक नकल की खबरें आईं और कई केंद्रों की परीक्षा रद्द की गई।
इन घटनाओं ने न केवल आयोग की विश्वसनीयता को हिला दिया है, बल्कि लाखों बेरोजगार युवाओं के भरोसे को भी झकझोर दिया है। वर्तमान में इस मामले की न्यायिक और जांच एजेंसियों द्वारा समीक्षा हो रही है, ताकि दोषियों को सजा मिले और अगली भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता बनी रहे।