उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में धराली-हर्षिल क्षेत्र में 5 अगस्त 2025 को अचानक बादल फटने के कारण गहरी तबाही मची। चार से पांच लोगों की जान जाने की पुष्टि हो चुकी है और दर्जनों लापता हैं, जिनमें कई सैनिक भी शामिल हैं।
राहत-बचाव अभियान युद्धस्तर पर जारी है। वायु सेना के Chinook और Mi-17 हेलिकॉप्टरों तथा यूकाडा आदि से भारी मशीनरी, रसद और खाना — जैसे जॉलीग्रांट से JCB, डोजर, जनरेटर — एयरलिफ्ट कर भेजी गई है।
इनके जरिए अब तक 657 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। गंगोत्री, नेलांग और हर्षिल से आईटीबीपी मातली और जॉलीग्रांट एयरपोर्ट तक उन्हें पहुँचाया गया।
मौसम में सुधार के साथ काम गति पकड़ रहा है। SDRF, NDRF, ITBP, BRO और स्थानीय प्रशासन के साथ सेना भी राहत कार्यों में लगी है। स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराई जा रही है।
आगे बढ़ते हुए, केंद्र की अंतर-मंत्रालयीय टीम अगले सप्ताह प्रभावित इलाकों का दौरा कर जल निकासी, पुननिर्माण और समन्वय संबंधी रणनीति तैयार करेगी।