उत्तराखंड के मसूरी वन प्रभाग में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है—7,375 बाउंड्री पिलर अचानक गायब हो गए हैं। यह घटना वन विभाग द्वारा तैयार किए जा रहे एक्शन प्लान की समीक्षा के दौरान उजागर हुई, जब इन महत्वपूर्ण सीमांकन पिलरों की अनुपस्थिति का पता चला।
मसूरी डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर अमित कनवार ने इस मामले को “राज्य की पारिस्थितिक सुरक्षा और सार्वजनिक संपत्ति के साथ धोखेबाजी” बताया है। उन्होंने घटनाक्रम की गहराई से जांच की मांग की है और कहा है कि सत्यता और जवाबदेही सुनिश्चित करने हेतु एक स्वतंत्र, उच्च-स्तरीय जांच आवश्यक है।
जांच समाप्त होने के बाद, इसकी कानूनी कार्रवाई की जाएगी—इसकी भी घोषणा की गई है। इस प्रकरण से वन विभाग की निगरानी प्रणाली और कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।