उत्‍तराखंड

चमोली की फूलों की घाटी में विदेशी सैलानियों का आकर्षण बढ़ा, अब तक 3428 पर्यटक कर चुके हैं स्वर्ग समान सैर

चमोली की फूलों की घाटी में विदेशी सैलानियों का आकर्षण बढ़ा, अब तक 3428 पर्यटक कर चुके हैं स्वर्ग समान सैर

उत्तराखंड के चमोली जिले स्थित विश्व प्रसिद्ध “फूलों की घाटी” (Valley of Flowers) में इस साल विदेशी पर्यटकों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि देखी जा रही है। 1 जून को खोले गए ट्रेकिंग सीज़न की शुरुआत से अब तक कुल 3428 विदेशी पर्यटक घाटी की रोमांटिक वादियों में भ्रमण कर चुके हैं ।

वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, घाटी में इस साल पर्यटकों की भीड़ लगातार बढ़ रही है। कैबिन�ट ऑफिसर चेतना कंड़पाल ने कार्यक्रम को खुला व स्वागत-सत्कारपूर्ण बताया। घुलने शुरू हुए फूल, रंग-बिरंगे प्राकृतिक दृश्य और डिजिटल परमिट ने इस सीज़न को विशेष बनाया ।

घाटी में औसत ऊँचाई लगभग 3600 मीटर है, जहाँ 300 से अधिक हिमालयी फूल प्रजातियाँ—जैसे ब्रह्मकमल, ऑर्किड, पोपपी, प्रिमुला एंव मरिगोल्ड—खिल उठी हैं । इसके अलावा, यह क्षेत्र हिमालयन लाल लोमड़ी, काले भालू, हिम तेंदुआ जैसी वन्यजीवन विविधता के लिए भी जाना जाता है ।

ट्रेक की शुरुआत गोविंदघाट से होती है, जिसमें घांगड़िया तक का रास्ता सरल होता है, वहीं वहां से घाटी तक 10 किमी का यात्रा मार्ग रहता है, जिसमें आपको झरने, लकड़ी के पुल और मनोहारी हिमालयी दृश्य मिलते हैं ।

वन विभाग ने प्रवेश शुल्क ₹200 (भारतीयों के लिए) और ₹800 (विदेशियों के लिए) निर्धारित किया है, जिसका उपयोग घाटी की संरक्षण गतिविधियों में किया जा रहा है । ऑनलाइन परमिट व्यवस्था ने पर्यटकों की सुविधा में इज़ाफा किया है।

फूलों की घाटी 1 जून से 31 अक्टूबर तक खोली जाएगी, और विशेषज्ञों के अनुसार जुलाई-सितंबर में इसकी भव्यता चरम पर होती है । ट्रेक प्रेमियों और प्राकृतिक सौंदर्य की चाह रखने वालों के लिए यह समय स्वर्ग जैसी अनुभूति प्रस्तुत करता है।

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