रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 11 मई 2025 को एक महत्वपूर्ण बयान में कहा कि रूस यूक्रेन के साथ सीधे शांति वार्ता के लिए तैयार है। उन्होंने इस्तांबुल में 15 मई को बिना शर्त वार्ता शुरू करने का प्रस्ताव रखा है। यह कदम यूरोपीय देशों के 30-दिन की बिना शर्त संघर्षविराम की मांग के बाद उठाया गया है।
पुतिन ने कहा कि रूस संघर्ष की जड़ें समाप्त करने के लिए गंभीर वार्ता चाहता है और इस वार्ता में कोई पूर्व शर्त नहीं होगी। उन्होंने 2022 में की गई एक संयुक्त मसौदा समझौते का हवाला दिया, जिसे पश्चिमी दबाव के कारण रद्द कर दिया गया था। उन्होंने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की पर 2022 की वार्ता से पीछे हटने का आरोप लगाया। हालांकि, ज़ेलेंस्की ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया है, लेकिन संघर्षविराम की शर्तों पर सहमति नहीं बनी है।
इस प्रस्ताव से वैश्विक समुदाय में उम्मीद की किरण जगी है, लेकिन युद्ध की समाप्ति के लिए दोनों पक्षों के बीच विश्वास की कमी और पूर्व शर्तों पर असहमति प्रमुख बाधाएं बनी हुई हैं।