27 जून 2025 को कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में एक 24 वर्षीय छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना की जानकारी मिलने के बाद, टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने विवादित टिप्पणी की: “अगर दोस्त ही दोस्त का रेप करे तो क्या किया जा सकता है?”। उन्होंने यह सवाल उठाया कि स्कूल-कॉलेज में यदि कोई छात्र अपने साथी पर अपराध कर दे तो उसकी रक्षा कौन करेगा, और क्या पुलिस हर जगह उपलब्ध होगी ।
उनके इस बयान ने महिला सुरक्षा, अपराध के प्रति संवेदनशीलता और राजनीतिक नेतृत्व की जिम्मेदारी पर सार्वजनिक बहस को भड़का दिया। आलोचकों ने इसे पीड़िता-दुर्लक्षता और अपराध की गंभीरता को कम आंकने वाला बताया। विपक्षी दलों ने इसे न्याय व्यवस्था और सामाजिक सुरक्षा के प्रति सरकार की उदासीनता का प्रतीक करार दिया ।
इस घटना ने उस कॉलेज परिसर में सुरक्षा व्यवस्था और नेताओं की जिम्मेदारी पर सवाल उठाए हैं। लोकल मानवाधिकार समूहों और महिला संगठनों ने संसद और राज्य सरकार से त्वरित और संवेदनशील कार्रवाई की मांग की है।