साइबरन्यूज़ (Cybernews) के शोधकर्ताओं ने दुनिया के इतिहास में सबसे बड़े डेटा लीक का खुलासा किया है जिसमें लगभग 16 अरब पासवर्ड लीक हुए हैं। ये डेटा 30 विभिन्न डेटासेट्स से जुटाया गया था, प्रत्येक में दसियों लाख से लेकर 3.5 अरब तक की रिकॉर्ड्स शामिल थीं।
विशेषज्ञ कहते हैं कि यह लीक सिर्फ पुराने डेटा का पुनः उपयोग नहीं है, बल्कि हाल ही में चोरी की गई, ताज़ा और उपयोगी जानकारी है—जिसका दुष्प्रयोग साइबर अपराधियों द्वारा पहचान की चोरी, वित्तीय धोखाधड़ी और ब्लैकमेल के लिए हो सकता है । ये पासवर्ड केवल सोशल मीडिया या ईमेल तक सीमित नहीं हैं; GitHub, Telegram, VPN, और सरकारी सेवाओं तक भी पहुँच हो सकती है।
सुरक्षा विशेषज्ञों ने उपयोगकर्ताओं को सलाह दी है कि वे तुरंत पासवर्ड बदलें, मल्टी‑फैक्टर ऑथेंटिकेशन (MFA) जोड़ें, पासवर्ड मैनेजर और डार्क वेब मॉनिटरिंग टूल्स अपनाएँ । साथ ही पासवर्ड पुन: उपयोग से बचें क्योंकि इससे क्रेडेंशियल स्टफिंग हमले संभव होते हैं ।
इस लीक ने स्पष्ट कर दिया है कि न तो कोई सेवा और न ही कोई यूज़र इस खतरे से सुरक्षित है; सतर्कता और मजबूत साइबर हाइजीन अब पहले से भी ज़रूरी है।