वाराणसी में ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोप को लेकर सियासत शुरू, चुनाव आयोग ने अखिलेश यादव के आरोपों का दिया ये जवाब

वाराणसी में ईवीएम को लेकर जमकर हंगामा हुआ है. ये हंगामा किया है समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने. समाजवादी पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाया कि पहड़िया मंडी में रखे गए ईवीएम गड़बड़ी के लिए कहीं ले जाया जा रहा है और इसके बाद ट्रक रोक कर जमकर बवाल किया.

ईवीएम को लेकर बवाल की सूचना मिलते ही प्रशासन के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और पूरे मामले पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता को ये समझने में जुटे कि ये ईवीएम ट्रेनिंग के लिए हैं इस ईवीएम का पोलिंग कराए गए ईवीएम से कोई मतलब नहीं है.

चुनाव आयोग का बयान
इस आरोप का जवाब देते हुए मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘कुछ राजनीतिक दलों ने हमारे ध्यान में लाया है कि वाराणसी जिले में कुछ ईवीएम को एक वाहन में ले जाया जा रहा था. जांच करने पर पता चला कि ये ईवीएम प्रशिक्षण के उद्देश्य से थीं.

इन ईवीएम को 9 मार्च, 2022 को राज्य के एक कॉलेज में प्रशिक्षण स्थानों पर ले जाया जा रहा था और एक खाद्यान्न गोदाम में रखा गया था.’ सीईओ ने आगे कहा, ‘इन ईवीएम के परिवहन के दौरान, एक राजनीतिक दल के कुछ सदस्यों ने वाहन को रोक दिया और अफवाह फैलाना शुरू कर दिया कि वाहन में वोटों की गिनती के लिए ईवीएम हैं.’

हुआ था बवाल
आरोपों के बाद वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने मंगलवार को कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. शर्मा ने कहा, ‘लगभग 20 ईवीएम को प्रशिक्षण के लिए यूपी कॉलेज ले जाया जा रहा था. कुछ राजनीतिक लोगों ने वाहन रोक दिया और यह कहकर अफवाह फैला दी कि इन ईवीएम का इस्तेमाल चुनाव में किया गया था.

जबकि स्ट्रांग रूम अलग है और पकड़ी गई यह ईवीएम मशीन अलग है. कल मतगणना ड्यूटी के लिए प्रतिनियुक्त कर्मचारियों का यह दूसरा प्रशिक्षण है और इन मशीनों का प्रयोग प्रशिक्षण में हमेशा व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए किया जाता है.’

कूड़े में बैलेट पेपर
वाराणसी के पहड़िया मंडी स्थित स्ट्रांग रूम के बाहर एक गाड़ी से ईवी एम मिली. इसके बाद सपा कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया. बरेली के बहेड़ी में कूड़े की गाड़ी में बैलेट पेपर्स से भरे 3 बॉक्स मिले हैं. इसके बाद यहां हंगामा शुरू हो गया.

चुनाव आयोग ने वाराणसी कि घटना में प्रेस नोट जारी कर बताया की ज़िला निर्वाचन अधिकारी की जाँच में सामने आया है की ये ईवीएम मशीने कर्मचारियो की ट्रेनिंग के लिए थी . मतदान वाली ईवीएम मशीन एकदम सुरक्षित हैं और सीसीटीवी कैमरे की निगरानी मैं हैं.

https://twitter.com/ani_digital/status/1501303796260954116

मुख्य समाचार

पीएम मोदी बिहार में, किया 36 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन

बिहार में आने वाले कुछ सप्ताह में विधानसभा के...

मणिपुर के चुराचंदपुर में पीएम मोदी के दौरे के एक दिन बाद, कूकी नेता के घर में आग लगाई गई

मणिपुर के चुराचंदपुर जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के...

Topics

More

    जम्मू-श्रीनगर हाईवे 19 दिन से बंद, सड़ रहे सेब; किसान आंदोलन में आवाज़ बुलंद

    जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-44) की 19 दिनों से बंदी...

    Related Articles