पैंगोंग सो लेक के पास हुई फायरिंग, पीएलए का दावा-भारत ने फायर किए ‘वॉर्निंग शॉट्स’

लद्दाख| पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच तनाव एवं संघर्ष एक बार फिर बढ़ने लगा है. वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के समीप पूर्वी लद्दाख में फायरिंग होने की घटना सामने आई है. बताया जा रहा है कि फायरिंग की यह घटना पैंगोंग सो लेक के दक्षिणी छोर पर स्थित एक पहाड़ी पर हुई है. चीन की सेना पीएलए ने भारत पर फायरिंग करने का आरोप लगाया है. समझा जाता है कि इस घटना के बाद विवाद वाले इन जगहों पर तनाव नए सिरे से बढ़ सकता है. मीडिया रिपोर्टों में सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि स्थिति को नियंत्रण में लाया जा चुका है.

रिपोर्ट के मुताबिक चीन के रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पीएलए एवं भारतीय सेना की मौजूदगी में फायरिंग की यह घटना हुई. पीएलए के वेस्टर्न थियेटर कमान के प्रवक्ता कर्नल जांग शुली ने दावा किया, ‘सोमवार को पैंगोस सो लेक के दक्षिणी तट के समीप शेनपाओ पहाड़ी पर भारतीय सेना ने अनुचित रूप दाखिल हुई.’ पीएलए प्रवक्ता के इस आरोप के बारे में भारतीय सेना के एक सूत्र ने कहा, ‘चीनी सैनिकों ने भारतीय पोस्ट्स को निशाना बनाकर सीमित रूप से गोलीबारी की जिसके बाद ‘वॉर्निंग शॉट्स’ फायर किए गए. सूत्र ने आगे बताया कि काला टॉप एवं हेल्मेट टॉप पहाड़ियों को अपने नियंत्रण में लेने के बाद भारतीय सेना हाई अलर्ट पर है. जबकि चीन की सेना इन पहाड़ियों पर दोबारा अपना नियंत्रण पाने के लिए दुस्साहस कर रही है.’

सीमा पर जारी गतिरोध के बीच पूर्वी लद्दाख में सोमवार को हुई फायरिंग की यह पहली घटना नहीं है. बताया जा रहा है कि गत 31 अगस्त को भी पैंगोग लेक के दक्षिणी हिस्से में दोनों सेनाओं के बीच ‘वॉर्निंग शॉट्स’ के रूप में फायरिंग हुई. यहां चीनी सेना ने सामरिक रूप से अहम ऊंची चोटियों से भारतीय सेना को पीछे धकेलने का असफल प्रयास किया. इस घटना के बारे में स्पष्टीकरण आया कि यह आक्रामक गोलीबारी नहीं बल्कि ‘वॉर्निंग शॉट्स’ थे.

बता दें कि भारत और चीन के बीच गत अप्रैल-मई महीने से फिंगर एरिया सहित पूर्वी लद्दाख के कई जगहों पर गतिरोध बना हुआ है. इन जगहों भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने और एक दूसरे की फायरिंग रेंज में है. सीमा पर तनाव कम करने के लिए दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर पर कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं निकल सका है. पूर्व लद्दाख में मौजूदा हालात के लिए भारत ने चीन को जिम्मेदार ठहराया है. भारत ने दो टूक कहा है कि वह अपनी जमीन से एक इंच भी पीछे नहीं हटेगा.

Related Articles

Latest Articles

बाबा रामदेव को सुप्रीमकोर्ट से झटका, पतंजलि ट्रस्ट को देना होगा 4.5 करोड़ का...

0
शुक्रवार को बाबा रामदेव के पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट को सुप्रीमकोर्ट से झटका लगा. न्यायालय ने अपीलीय न्यायाधिकरण के उस फैसले को बरकरार रखा जिसमें...
अरविन्द केजरीवाल

सीएम केजरीवाल के भोजन और इंसुलिन वाली याचिका पर कोर्ट ने फैसला रखा सुरक्षित,...

0
रीउज ऐवन्यू कोर्ट ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की याचिका पर सुनावाई को लेकर फैसला सुरक्षित रख लिया है. उनके भोजन और इंसुलिन...

लोकसभा चुनाव 2024: उत्तराखंड में 05 बजे तक 53.56 फीसदी मतदान

0
उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के पहले चरण की पांच सीटों पर मतदान शुरू हो गया है. प्रदेश के 83 लाख से ज्यादा मतदाता 55...

IPL 2024 MI Vs PBSK: रोमांचक मुंकाबले में मुंबई ने पंजाब को 9 रन...

0
पंजाब किंग्स के खिलाफ मुंबई इंडियंस ने जीत हासिल कर ली है. रोमांचक मुंकाबले में मुंबई ने पंजाब को 9 रन से हराया. पंजाब...

दुबई की सड़कों पर भारी बारिश से सैलाब, भारतीय दूतावास की सलाह- जरूरी न...

0
बारिशों और तूफानों के प्रभाव से संयुक्त अरब अमीरात और ओमान में लोगो को बड़ी मुश्किलें झेलनी पड़ी हैं। इन आपदाओं के चलते यातायात...

हरिद्वार में वोट डालने गए मतदाता ने बूथ केंद्र पर पटकी EVM , हिरासत...

0
हरिद्वार विधानसभा के मतदान केंद्र ज्वालापुर इंटर कॉलेज में एक मतदाता ने ईवीएम मशीन का विरोध किया, पोलिंग बूथ पर रखी मशीन को नीचे...

अमित शाह ने गांधीनगर से भरा नामांकन, बोले-इस बार एनडीए पार करेगी 400 आंकड़ा

0
केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता अमित शाह ने शुक्रवार 19 अप्रैल को गांधीनगर लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया. इस दौरान...

उत्तराखंड: युवाओं में दिखा उत्साह, तो बुजुर्गों-दिव्यांगों का हाैसला भी कम नहीं

0
आज के चुनावी महापर्व में, उत्तराखंड के बुजुर्ग मतदाता न केवल अपने जज्बे का प्रदर्शन कर रहे हैं, बल्कि उनका यह उत्साह देखकर दिव्यांग...

टिहरी सीट के इस क्षेत्र में अभी तक नहीं पहुंचा एक भी मतदाता, जानें...

0
टिहरी गढ़वाल सीट के चकराता क्षेत्र में शांति का माहौल है, सुबह से अब तक कोई भी मतदाता मतदान के लिए नहीं पहुंचा है।...

समुद्र मंथन वाले वासुकि नाग के मिले अवशेष, 5 करोड़ साल पुराना इतिहास

0
हिंदू धर्म में शायद ही ऐसा कोई होगा जिसे समुद्र मंथन की कहानी के बारे में पता न हो. समुद्र मंथन के दौरान ही...