इजराइल और ईरान के बीच भारी तनाव बना हुआ है. इस बीच इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि ईरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या करना चाहता था. नेतन्याहू ने कहा कि ईरान ने ट्रंप की हत्या की दो बार कोशिश की. एक इंटरव्यू के दौरान इजराइली प्रधानमंत्री ने रविवार को कहा कि, ईरान संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की कोशिश कर रहा है, क्योंकि वह उन्हें अपने परमाणु कार्यक्रम के लिए खतरा मानता है.
ईरान के खिलाफ इजराइल की कार्रवाई को उचित ठहराते हुए नेतन्याहू ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप की दो बार हत्या करने की कोशिश की गई. ट्रंप उनके नंबर वन दुश्मन बन गए हैं. नेतन्याहू ने कहा कि, “जो लोग अमेरिका मुर्दाबाद के नारे लगाते हैं, बेरूत में आपके 241 मरीन को मार डालते हैं, अफगानिस्तान में हजारों अमेरिकी सैनिकों को मार डालते हैं और घायल कर देते हैं उनके पास परमाणु हथियार नहीं होने चाहिए.”
यह पूछे जाने पर कि क्या उनके पास ऐसी कोई खुफिया जानकारी है कि ट्रंप की हत्या का प्रयास सीधे ईरान से किया जा रहा है? इसके जवाब में इजराइली पीएम नेतन्याहू ने कहा कि, “प्रॉक्सी के माध्यम से, हां, अपनी खुफिया जानकारी के माध्यम से, वे उन्हें मारना चाहते हैं. ट्रंप उनके नंबर वन दुश्मन बन गए हैं.” उन्होंने दावा किया किया कि पिछले साल राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रचार करते समय ट्रंप पर दो बार हत्या का प्रयास किया गया था.
इजराइली पीएम ने फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा कि, “वह एक निर्णायक नेता हैं. उन्होंने कभी भी दूसरों की तरह उनके साथ सौदेबाजी करने का रास्ता नहीं अपनाया, जिससे उन्हें मूल रूप से यूरेनियम संवर्धन का मार्ग मिल गया, जिसका मतलब है कि बम बनाने का रास्ता और इसके लिए अरबों-खरबों डॉलर खर्च करता है.” नेतन्याहू ने कहा कि ट्रंप नहीं चाहते कि ईरान के पास परमाणु हथियार हो, जिससे वह ईरान के दुश्मन नंबर वन बन गए हैं.
इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने खुलासा किया कि उनके घर पर भी एक मिसाइल दागी गई थी, जिससे वो खुद भी ईरान के टारगेट पर थे. उन्होंने खुद को ट्रंप का जूनियर पार्टनर बताया, जो ईरान की परमाणु ताकत को रोकने के लिए एकजुट हैं.