रामविलास पासवान ने 06 प्रधानमंत्रियों के साथ किया काम, जानें खास बातें

गुरुवार को केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का 74 साल की उम्र में बीमारी के बाद निधन हो गया. वो पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे. उन्हें हृदय संबंधी दिक्कत थी. पासवान में राजनीतिक माहौल भांपने की गजब की काबिलियत थी.

अपनी इसी काबिलियत के कारण वो सियासी हवा बखूबी पहचान लेते थे. यही वजह थी कि उन्होंने 06 प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया. लंबे समय तक केंद्र में मंत्री रहे.

रामविलास पासवान ने पिछले दिनों अपने बेटे चिराग पासवान को अपनी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी का अध्यक्ष बना दिया था. बिहार के चुनावों में चिराग ही पार्टी की कमान संभाले हुए हैं. अस्वस्थता के कारण राम विलास काफी समय से सार्वजनिक जीवन में लोगों से रू-ब-रू नहीं हो पा रहे थे.

उनके बार में दस खास बातें-

  1. रामविलास पासवान के राजनीतिक सफर की शुरुआत 1960 के दशक में बिहार विधानसभा के सदस्य के तौर पर हुई और आपातकाल के बाद 1977 के लोकसभा चुनावों से वह तब सुर्खियों में आए, जब उन्होंने हाजीपुर सीट पर चार लाख मतों के रिकार्ड अंतर से जीत हासिल की.
  2. 2. 1989 में जीत के बाद वह वीपी सिंह की कैबिनेट में पहली बार शामिल किए गए. उन्हें श्रम मंत्री बनाया गया. एक दशक के भीतर ही वह एचडी देवगौडा और आईके गुजराल की सरकारों में रेल मंत्री बने.
  3. 3. 1990 के दशक में जिस ‘जनता दल’ धड़े से पासवान जुड़े थे, उसने भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का साथ दिया. वह संचार मंत्री बनाए गए. बाद में अटल बिहारी बाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार में वह कोयला मंत्री बने.
  4. बाबू जगजीवन राम के बाद बिहार में दलित नेता के तौर पर पहचान बनाने के लिए उन्होंने आगे चलकर अपनी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) की स्थापना की. वह 2002 में गुजरात दंगे के बाद विरोध में राजग से बाहर निकल गए.कांग्रेस नीत संप्रग की ओर गए. दो साल बाद ही सत्ता में संप्रग के आने पर वह मनमोहन सिंह की सरकार में रसायन एवं उर्वरक मंत्री नियुक्त किए गए.
  5. संप्रग-दो के कार्यकाल में कांग्रेस के साथ उनके रिश्तों में तब दूरी आ गयी. जब 2009 के लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी की हार के बाद उन्हें मंत्री पद नहीं मिला. पासवान अपने गढ़ हाजीपुर में ही हार गए थे.
  6. साल 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जदयू के अपने पाले में नहीं रहने पर पासवान का खुले दिल से स्वागत किया और बिहार में उन्हें लड़ने के लिए सात सीटें दी. लोजपा छह सीटों पर जीत गयी. पासवान, उनके बेटे चिराग और भाई रामचंद्र को भी जीत मिली.
  7. नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में खाद्य, जनवितरण और उपभोक्ता मामलों के मंत्री के रूप में पासवान ने सरकार का तब भी खुलकर साथ दिया, जब उसे सामाजिक मुद्दों पर आलोचना का सामना करना पड़ा. जन वितरण प्रणाली में सुधार लाने के अलावा दाल और चीनी क्षेत्र में संकट का भी प्रभावी तरीके से उन्होंने समाधान किया.
  8. वह हालिया लोकसभा चुनाव नहीं लड़े थे. उनके छोटे भाई और बिहार के मंत्री पशुपति कुमार पारस हाजीपुर से जीते. हालांकि वो इसके बाद राज्यसभा के जरिए संसद में पहुंचे. उन्हें सियासी मौसम का एक्सपर्ट भी माना जाता रहा है.
  9. पासवान बिहार के खगरिया जिले के शाहरबन्नी गांव से हैं. वह एक अनुसूचित जाति परिवार के लिए पैदा हुए थे. उन्होंने दो शादियां की. 1960 के दशक में राजकुमारी देवी से शादी की. 2014 में उन्होंने खुलासा किया कि लोकसभा नामांकन पत्रों को चुनौती देने के बाद उन्होंने 1981 में उन्हें तलाक दे दिया था. उनकी पहली पत्नी राजकुमारी से उषा और आशा दो बेटियां हैं.
  10. 1983 में, अमृतसर से एक एयरहोस्टेस और पंजाबी हिंदू रीना शर्मा से विवाह किया. उससे उन्हें एक बेटा और बेटी है. उनके बेटे चिराग पासवान एक अभिनेता से राजनेता बने हैं.




Related Articles

Latest Articles

उत्तराखंड: सियासी दलों के दावों की खुलेगी पोल, मतदान कम होने से किसका होगा...

0
सियासी संग्राम के पहले पड़ाव के समापन के बाद, उत्तराखंड में हुए चुनावों ने राजनीतिक दलों के बीच गहरी चर्चाएं और तकरारों का सिलसिला...

उत्तराखंड: वनाग्नि ने बढ़ाई सीएम धामी की चिंता, अधिकारियों को दिए ये निर्देश

0
देहरादून| शनिवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून नें शासकीय आवास पर वनाग्नि की रोकथाम के लिए की जा रही तैयारियों के संबध...

पीएम मोदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर कसा तंज, जैसे अमेठी छोड़ा, वैसे...

0
लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में कल 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 102 सीटों पर मतदान समाप्त हो गया. अब दूसरे चरण...

दिल्ली: मनीष सिसोदिया ने वापस ली अंतिम जमानत याचिका, मिलेगी राहत या जेल, अब...

0
मनीष सिसोदिया की अंतरिम जमानत याचिका की वापसी का निर्णय संवैधानिक दिशा निर्देश और व्यक्तिगत आवश्यकताओं के आधार पर किया गया है। उनके वकीलों...

कांग्रेस के तेजिंदर सिंह बिट्टू हुए भाजपा में शामिल, प्रियंका गांधी के थे काफी...

0
लोकसभा चुनाव के बीच हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस कमेटी के प्रभारी सचिव और प्रियंका गांधी के साथी तेजिंदर सिंह बिट्टू ने पार्टी से अपना...

यूपी बोर्ड के रिजल्ट में बेटियाँ रही अव्वल, ये रहा परिणाम प्रतिशत

0
यूपी बोर्ड आज 20 अप्रैल को दोपहर 2 बजे 12वीं के परिणाम घोषित कर दिए हैं| जिन छात्रों ने इस साल इंटर की परीक्षा दी...

यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा का रिजल्ट जारी, ऐसे करें चेक

0
यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा का रिजल्ट जारी हो गया है. लेकिन बोर्ड की वेबसाइट क्रैश होने की वजह से छात्रा-छात्राएं...

उत्तराखंड: मतदाता सूची में अभी भी जिंदा मृतक इंसान, बार-बार पुनरीक्षण अभियान चलाने का...

0
कई अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रो में मृतको को अभी भी मतदाता कि संख्या में गिना जा रहा है, कैंट विधानसभा क्षेत्र के प्रेमनगर निवासी ओपी...

उत्तराखंड के वोटरों में पार्टियों के स्टार प्रचारक नहीं भर पाए उत्साह, मतदान प्रतिशत...

0
लोकतंत्र के महापर्व पर जनता के मुद्दों की बातचीत न करने से मतदाता भी मौन रह गया। महंगाई, बेरोजगारी, सड़क, बिजली, और पानी जैसी...

चारधाम यात्रा के पंजीकरण का आंकड़ा 10.66 लाख पहुंचा, केदारनाथ धाम के लिए सबसे...

0
चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण की आंकड़ाओं में एक बड़ा बदलाव आया है। पांच दिनों में कुल 10.66 लाख यात्री ने अपना पंजीकरण करवाया...