गुरुवार को लड़ाकू विमान राफेल अंबाला में औपचारिक तौर पर भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के बेड़े में शामिल हो गए हैं. इसी उपलक्ष्य में अंबाला एयरफोर्स स्टेशन में कार्यक्रम रखा गया. इस कार्यक्रम में भारतीय वायुसेना की प्रक्रिया के तहत सभी धर्मों के गुरुओं ने यहां पर पूजा की और विधिवत रूप से राफेल को शामिल किया गया है. इस दौरान धर्मगुरुओं ने शांति की दुआ मांगी, साथ ही देश के जवानों की सलामती की प्रार्थना की है.
राफेल विमानों ने फ्लाईपोस्ट किया है. रिपोर्ट के मुताबिक, इस कार्यक्रम में राजनाथ सिंह के साथ फ्रांस के रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली भी शामिल हुए हैं. अंबाला एयरफोर्स स्टेशन के साथ-साथ आसपास के एरिया की सुरक्षा को भी बढ़ा दिया गया है. जानकारी के लिए आपको बता दें कि पांच राफेल का पहला जत्था अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर 29 जुलाई 2020 को पहुंचा था. इन 5 राफेल में 3 सिंगल और दो डबल सीटर विमान हैं.
राफेल का पहला स्क्वाड्रन अंबाला एयर बेस से संचालित होगा. इस एयर बेस से पाकिस्तान और चीन पर कुछ ही पलों में अटैक किया जा सकता है. बता दें कि अपनी एवियॉनिक्स, राडार और हथियार प्रणालियों के साथ राफेल दक्षिण एशिया में सबसे शक्तिशाली विमान है. हालांकि यह लड़ाकू विमान पहले ही लद्दाक और हिमाचल के पहाड़ी क्षेत्रों में उड़ान भर चुके हैं.
#WATCH Live from Ambala: Rafale induction ceremony at IAF airbase https://t.co/uEJiV3yiDK
— ANI (@ANI) September 10, 2020