पाकिस्तान ने लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद की सुरक्षा को चार गुना बढ़ा दिया है, जो 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद किया गया है, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। भारतीय एजेंसियों के अनुसार, इस हमले के पीछे हाफिज सईद का हाथ माना जा रहा है।
सईद की लाहौर स्थित जोहर टाउन में स्थित आवास के चारों ओर 24×7 निगरानी के लिए पाकिस्तानी सेना और ISI ने विशेष सुरक्षा बल तैनात किए हैं। ड्रोन और हाई-रिज़ॉल्यूशन CCTV कैमरों के माध्यम से 4 किलोमीटर के दायरे में निगरानी की जा रही है, और आम नागरिकों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
हालांकि, आधिकारिक रूप से हाफिज सईद को आतंकवाद के वित्तपोषण के मामलों में 46 साल की सजा सुनाई गई है, लेकिन वह अपने घर में ही ‘अस्थायी जेल’ में रह रहा है।
भारत ने इस हमले के बाद पाकिस्तान पर आतंकवादियों को समर्थन देने का आरोप लगाया है और कई कूटनीतिक कदम उठाए हैं, जिनमें पाकिस्तान के साथ वीज़ा छूट योजना को निलंबित करना, सिंधु जल संधि की समीक्षा, और अटारी सीमा चौकी को बंद करना शामिल है।
हाफिज सईद की सुरक्षा में इस वृद्धि से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया है, और क्षेत्रीय स्थिरता पर गंभीर प्रश्न उठे हैं।