पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने एक जनसभा में भारत के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया है. उन्होंने कहा कि सिंधु में या तो हमारा पानी बहेगा या फिर उनका खून. सिंधु हमारा दरिया है और ये हमारा ही रहेगा. भुट्टो ने कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं हो सकता कि आप एक ही झटके में सिंधु जल समझौते को तोड़ दें. हम इसे नहीं मानते. हमारी आवाम इसे नहीं मानती. हम वर्षों से इस नदी के वारिस हैं.
भुट्टो ने सभा में आगे कहा कि भारत की आबादी ज्यादा है लेकिन इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि वे तय करें कि पानी किसका है. पाकिस्तान की जनता बहादुर है. हम डटकर इसका मुकाबला करेंगे. हमारी सेना बॉर्डर पर हर हमले का जवाब देने के लिए तैयार है.
उन्होंने आगे कहा कि पहलगाम हमले के लिए भारत ने पाकिस्तान को दोषी माना है. भारत सरकार ने अपनी कमजोरी को छिपाने और लोगों को पागल बनाने के लिए ये किया है. अपने आप भारत ने सिंधु जल समझौते को रोक दिया. हर एक पाकिस्तानी दुनिया को पैगाम देगा कि हमारे दरिया पर डाका डालना हमें मंजूर नहीं होगा. दुश्मन की नजरें हमारे पानी पर हैं.
भुट्टो ने कहा कि मैं देश के वजीर-ए-आजम शहबाज शरीफ को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि भले ही हमारी राय अलग हो लेकिन सिंधु जल समझौते के मुद्दे पर वे उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं. भुट्टो ने आगे कहा कि पाकिस्तान के चारों प्रांत चार भाइयों की तरह हैं. हम चारों सूबे मिलकर भारत के हर मंसूबों का करारा जवाब देंगे.
बता दें, पिछले दिनों पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सिंधु जल समझौता रोकने की आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि ये भारत अकेले नहीं कर सकता. अगर भारत पानी रोकता है तो इसे एक्ट ऑफ वॉर समझा जाएगा. एक्ट ऑफ वॉर मतलब युद्ध का संकेत होता है.
बता दें कि, इस ऐलान के बाद भारत ने सिंधु का पानी शुक्रवार को रोक ही दिया. शुक्रवार से नदी का पानी पाकिस्तान नहीं जा रहा है. भारत का कहना है कि पाकिस्तान को हम एक बूंद पानी नहीं देंगे. पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करते हुए ये फैसला किया है.