अमेरिका ने भारत के दो नागरिकों और एक ऑनलाइन फार्मेसी पर कड़ा कदम उठाया है. ट्रेजरी विभाग की ऑफिस ऑफ फॉरेन एसेट्स कंट्रोल ने इन पर प्रतिबंध लगाए हैं. आरोप है कि इन्होंने नकली प्रिस्क्रिप्शन दवाइयों की सप्लाई की जिनमें फेंटानिल और अन्य घातक ड्रग्स शामिल थे. अमेरिका में फेंटानिल संकट गंभीर स्वास्थ्य खतरा बन चुका है और इससे हजारों लोगों की जान जा चुकी है.
अमेरिका ने सादिक अब्बास हबीब सय्यद और खिजर मोहम्मद इकबाल शेख नाम के दो भारतीय नागरिकों पर प्रतिबंध लगाए हैं. इन पर आरोप है कि इन्होंने मिलकर लाखों नकली गोलियों की सप्लाई की जो फेंटानिल और अन्य अवैध दवाओं से भरी हुई थीं. ये सप्लाई अमेरिका के अलग- अलग हिस्सों में पीड़ितों तक पहुंचाई गई थी.
ओफैक ने भारत स्थित एक ऑनलाइन फार्मेसी पर भी कार्रवाई की है. यह फार्मेसी इन आपराधिक गतिविधियों में शामिल पाई गई. अमेरिकी उप सचिव जॉन के हर्ली ने कहा कि फेंटानिल की वजह से कई परिवार बर्बाद हो गए हैं और जो लोग इस जहर से फायदा उठा रहे हैं उन्हें जिम्मेदार ठहराना जरूरी है.
फेंटानिल अमेरिका में सिंथेटिक ओपिओइड संकट की सबसे बड़ी वजह माना जाता है. रिपोर्ट्स के अनुसार यह 18 से 45 वर्ष की उम्र के अमेरिकियों की मौत का सबसे बड़ा कारण बन चुका है. नकली गोलियों के रूप में यह तेजी से फैल रहा है और इसके शिकार लाखों लोग हो रहे हैं.