केरल में ब्रेन ईटिंग अमीबा ने एक और शख्स की मौत हो गई है. इलाज के दौरान, शख्स की जान गई है. ये जानलेवा बीमारी है, जो केरल में तेजी से फैल रही है. पिछले महीने इस बीमारी से तीन लोगों की मौत हुई थी, जिसमें एक तीन माह की बच्ची भी शामिल है. अब तक सात लोगों की मौत इस अमीबा के वजह से हो चुकी है.
ब्रेन ईटिंग अमीबा की चपेट में आने से राथेश नाम के युवक ने दम तोड़ दिया. कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पकाल में उनका इलाज चल रहा था. उसे तेज बुखार और जुखाम था. इलाज के बावजूद उनकी हालत नहीं सुधरी और अंत में उनकी मौत हो गई.
मेडिकल कॉलेज में अभी एक और शख्स भर्ती हैं, जो ब्रेन ईटिंग अमीबा से ग्रसित हैं. केरल में अब तक इस बीमारी के 42 केस सामने आ चुके हैं. इस साल तो सिर्फ कोझिकोड जिले में ही चार लोगों की जान चली गई है. तीन महीने और नौ साल की बच्ची भी मृतकों में शामिल हैं.
ब्रेन ईटिंग अमीबा क्या है?
ब्रेन ईंटिंग अमीबा को lethal amoebic meningoencephalitis कहा जाता है. ये बीमारी Naegleria fowleri नाम के बैक्टीरिया के वजह से होती है. बैक्टीरिया ताजे पानी में पनपता है. जानलेवा बीमारी ने पूरे प्रदेश में हाहाकार मचा रखा है. सरकार ने इस बीमारी के सामने आने के बाद प्रदेश में जागरुकता अभियान भी शुरू किया है. इसके तहत सरकार ने पानी ही जीवन है क्लोरिनेशन अभियान चल रहा है. इस अभियान के तहत सरकार स्वीमिंग पूलों, कुओं, झीलों और नदियों को क्लोरिनेट कर रही है.
Brain Eating Amoeba: कैसे फैलती है ये बीमारी?
ये बहुत ही खतरनाक बीमारी है. ताजे पानी के संपर्क में आने की वजह से ये बैक्टेरिया शरीर के रास्ते दिमाग पर अटैक करता है. लोगों की बचने की संभावना इससे बहुत कम हो जाती है. भारत के साथ-साछ ये बीमारी 20 और देशों में भी हाहाकार मचा रही है.