शनिवार को 2023 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पारी और 132 रनों से हरा दिया है. ऑस्ट्रेलियाई टीम अपनी पहली पारी में सिर्फ 177 रन बना सकी थी. इसके बाद टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी में 400 रन बनाए और 223 रनों की विशाल बढ़त हासिल की.
वहीं दूसरी पारी में कंगारू टीम सिर्फ 91 रन ही बना सकी. इसके साथ ही टीम इंडिया ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है. दूसरी पारी में भारत के लिए अश्विन ने कमाल की गेंदबाजी की.
उन्होंने 37 रन देकर पांच विकेट चटकाए. वहीं ऑस्ट्रेलिया के लिए स्टीव स्मिथ ने सबसे ज्यादा नाबाद 25 रन बनाए. उनके अलावा कोई भी बल्लेबाज़ भारतीय स्पिनर्स के सामने ज्यादा देर नहीं टिक सका.
आईसीसी ने एक बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी.आईसीसी ने बताया कि जडेजा ने नागपुर में खेले गए पहले टेस्ट मैच के दौरान उसकी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.20 का उल्लंघन किया है.
इस कारण लगा जुर्माना
ये बात ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के 46वें ओवर की है.मैच के पहले दिन नौ फरवरी को जडेजा को अपने हाथ की उंगली पर क्रीम लगाते हुए देखा गया था. जडेजा का एक वीडियो सामने आया था जिसमें वह मोहम्मद सिराज से कुछ लेकर अपने बाएं हाथ की उंगली पर लगा रहे हैं. इसी कारण ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने जडेजा को चीटर कहा था लेकिन भारतीय टीम मैनेजमेंट ने बताया था कि जडेजा की उंगली में चोट थी और वह बाएं हाथ पर क्रीम लगा रहे थे. लेकिन ये मैदानी अंपायरों की अनुमित के बिना दिया गया था.
आईसीसी ने अपने बयान में बताया है कि जडेजा ने अपनी गलती मान ली और आईसीसी मैच रैफरी एंडी प्रायक्रॉफ्ट द्वारा दी गई सजा को कबूल कर लिया इसलिए कोई आधिकारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी. मैच रैफरी ने इस बात को माना कि जडेजा ने उंगली पर क्रीम सिर्फ मेडिकल कारणों के चलते ही लगाई थी और उनकी मंशा बॉल टेम्परिंग की नहीं थी. इसने गेंद की स्थिति को भी नहीं बदला था. मैदानी अंपायर नितिन मेनन, रिचर्ड लिंगवर्थ,तीसरे अंपायर माइकल गॉफ और चौथे अंपायर केएन अनंतपदमानाभन ने जडेजा पर आरोप लगाए थे.