मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के बरठीं क्षेत्र में एक निजी बस पर अचानक पत्थर गिर गये. बस में करीब 30 यात्री सवार थे. मलबे में दबे कई लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है, जबकि राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है. प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है. स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है. भारी बारिश के कारण क्षेत्र में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के प्रयास जारी हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बरठीं के पास भलू पुल के नजदीक एक निजी बस भूस्खलन (लैंडस्लाइड) की चपेट में आ गई. बताया जा रहा है कि बस में करीब 30 यात्री सवार थे. अचानक पहाड़ी टूटकर बस पर गिर गई, जिससे बस पूरी तरह मलबे में दब गई. अब तक 15 शव निकाले जा चुके हैं, जबकि एक बच्चे को जिंदा बचा लिया गया है.
जानकारी के अनुसार, बस ‘संतोषी ट्रैवल्स’ की थी जो मरोतन से घुमारवीं की ओर जा रही थी. रास्ते में शाम करीब 6:25 बजे बरठीं के पास पूरी पहाड़ी टूटकर बस के ऊपर गिर पड़ी. भारी मलबा और पत्थर गिरने से बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई. स्थानीय लोगों ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और प्रशासन को सूचना दी. फिलहाल, जेसीबी मशीनों की मदद से मलबा हटाने का काम जारी है. आसपास के अस्पतालों में इमरजेंसी की व्यवस्था कर दी है.
प्रधानमंत्री मोदी ने बिलासपुर हादसे को लेकर दुख जताया है. प्रधानमंत्री कार्यलय (पीएमओ) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पीएम मोदी के हवाले से लिखा कि प्रदेश के बिलासपुर में हुए एक हादसे में हुई जान-माल की हानि से दुखी हूं. इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के साथ हैं. पीएम मोदी ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया. साथ ही घायलों को 50 हजार रुपए देने की बात लिखी.
सीएम सुक्खू ने दिए राहत कार्य तेज करने के निर्देश
हादसे की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गहरा शोक व्यक्त किया. उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की और कहा कि राज्य सरकार इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं.