अयोध्या के राम मंदिर में साढ़े तीन किलोमीटर लंबी बाउंड्री वॉल बनाई जा रही है. सोमवार को जमीन की टेस्टिंग के बाद पाइलिंग शुरू हो गई है. दीवार बनाने के लिए 500 से अधिक पिलर डाले जाएंगे और 14 पीट दीवार बनाई जाएगी. उम्मीद है कि एक साल में ये दीवार बनकर तैयार हो जाएगी.
खास बात है कि ये दीवार सिर्फ एक बाऊंड्री मात्र नहीं होगी, ये एक सुरक्षा कवच होगा. बाउंड्री वॉल में सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे. 24 से अधिक वॉच टॉवर और सेंसर लगाए जाएंगे. दीवार कुल 30 फीट की बनेगी, जिमें 10 फीट जमीन के अंदर तो 20 फीट जमीन के ऊपर होगाी. इसमें गश्त करने वाली टीम के लिए 20 फीट चौड़ी सड़क भी बनाई जा रही है.
मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि राम मंदिर आंदोलन से जुड़े एतिहासिक दस्तावेजों, घटनाओं और आंदोलनकारियों की भूमिका को दिखाने के लिए आधुनिक संग्रहालय तैयार किया जाएगा. संग्राहलय में 7डी तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. खास बात है कि 7डी का इस्तेमाल अब तक भारत में नहीं हुआ है. इस तकनीक की मदद से भगवान हनुमान और अयोध्या के वैभवशाली इतिहास का अनुभव कर सकते हैं. राज्य सरकार अयोध्या को इंटरनेशनल लेवल का पर्यटन केंद्र बनाने की दिशा में काम कर रही है.
राम मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए तीन लिफ्टें लगाई जा रही है. इनमें से एक लिफ्ट वीवीआईपी श्रद्धालुओं के लिए है. बाकी दो लिफ्टें दिव्यांग और बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए हैं. ये लिफ्टें सप्ताह भर में तैयार हो जाएंगी. प्रत्येक लिफ्ट में 24 श्रद्धालुओं की क्षमता होगी.
नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि मंदिर के निर्माण में अब तक करीब 1400 करोड़ रुपए खर्च हो गए हैं. 1100 करोड़ का भुगतान कर दिया गया है.