नालंदा| सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में ईडी ने गुरुवार को बिहार के नालंदा जिले में बड़ी कार्रवाई की. ईडी ने नीट पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया से जुड़े दो ठिकानों बलवा गांव और गोसाई मठ पर सुबह छापेमारी की.
ईडी की टीम सुबह नालंदा पहुंची और सुरक्षा बलों के साथ दोनों जगहों पर एकसाथ तलाशी शुरू की. बलवा गांव में छापेमारी संजीव मुखिया के बेटे डॉ. शिव के घर पर हुई, जो सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में पहले जेल जा चुका है और हाल ही में जमानत पर रिहा हुआ है. दूसरी छापेमारी गोसाई मठ में संजीव के करीबी सहयोगी संदीप कुमार के घर पर की गई. संदीप के पास बड़ी कृषि भूमि है और वह इलाके का जाना-माना किसान है.
गोसाई मठ में ईडी की कार्रवाई के दौरान कुछ ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया. स्थिति बिगड़ने से पहले सीआरपीएफ जवानों ने भीड़ को नियंत्रित किया, जिसके बाद तलाशी का काम बिना रुकावट जारी रहा. संदीप कुमार छापेमारी से पहले ही घर से फरार हो गया, जिसे ईडी उसकी संलिप्तता का संकेत मान रही है.
संजीव मुखिया को पेपर लीक का मास्टरमाइंड कहा जाता है. इसे अप्रैल में पटना से गिरफ्तार किया गया था. उस पर तीन लाख रुपये का इनाम था. वह पहले नूरसराय हॉर्टिकल्चर कॉलेज में तकनीकी सहायक के रूप में काम करता था. ईडी अब उसकी संपत्ति और उसके सहयोगियों की जांच कर रही है.
इस मामले ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है. संजीव की पत्नी हरनौत सीट से आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि वह किसी पार्टी से चुनाव लड़ेगी या निर्दलीय उम्मीदवार होगी.
अब संदीप के फरार होने और अन्य सबूतों की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. स्थानीय प्रशासन और पुलिस भी इस मामले में सहयोग कर रहे हैं.