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बिहार चुनाव: आरजेडी ने किया सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान

बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का अगले महीने एलान किया जा सकता है. इससे पहले सभी राजनैतिक पार्टियां तैयारियों में जुट गई हैं. सीटों के बंटवारे को लेकर भी चर्चा होने लगी है. इंडिया गठबंधन के सहयोगियों के बीच सीटों का बंटवारा अभी तय नहीं हुआ है. बीजेपी ने भी सीट बंटवारे पर विचार-विमर्श शुरू कर दिया है. इसी बीच, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मतदाताओं से सीधी अपील की है और बिहार के लोगों से सभी 243 सीटों पर उनके नाम पर वोट देने का आग्रह किया है.

दरअसल, तेजस्वी यादव शनिवार को मुजफ्फरनगर में थे. जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि, “आप सभी को एकजुट रहना होगा और इस बार तेजस्वी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. चाहे कांटी हो, मुजफ्फरपुर हो या गायघाट, तेजस्वी हर जगह से चुनाव लड़ेंगे. मैं आप सभी से तेजस्वी को वोट देने की अपील करता हूं. वह बिहार को आगे बढ़ाने की दिशा में काम करेंगे. मैं सभी पार्टी नेताओं से एकजुट होकर चुनाव लड़ने का अनुरोध करूंगा. 20 साल से सत्ता में काबिज इस सरकार को, जो सांप्रदायिक हिंसा फैलाने का काम करती है, उखाड़ फेंकना होगा.”

तेजस्वी यादव की ये टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब हेमंत सोरेन की झारखंड मुक्ति मोर्चा और पशुपति पारस की लोक जनशक्ति पार्टी के महागठबंधन में शामिल होने से महागठबंधन में सीटों के बंटवारे की बातचीत और भी मुश्किल हो गई है.

बता दें कि इसी हफ्ते की शुरुआत में कांग्रेस के राज्य प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने सुझाव दिया था कि आरजेडी को सीटों के बंटवारे में और लचीलापन दिखाना चाहिए. उन्होंने कहा कि, “जब भी कोई नई पार्टी गठबंधन में शामिल होती है, तो सभी सदस्यों के लिए अपनी सीटों के हिस्से को समायोजित करके योगदान देना जरूरी होता है.” अल्लावरु ने कहा, “हर राज्य में अच्छी और बुरी सीटें होती हैं और हमारा मानना ​​है कि एक पार्टी को सभी अच्छी सीटें और दूसरी को बुरी सीटें नहीं मिलनी चाहिए. सीटों के बंटवारे में अच्छी और बुरी सीटों के बीच संतुलन होना चाहिए.”

बता दें कि 2020 के बिहार चुनाव में, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने गठबंधन के तहत 144 सीटों पर चुनाव लड़ा. इनमें से आरजेडी सिर्फ 75 सीटें ही जीत पाई. जबकि कांग्रेस को 70 सीटों मिली थी, इनमें से कांग्रेस सिर्फ 19 सीटें ही जीत पाई.

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