रफ्तार के किंग की 70 साल बाद फिर हुई भारत में वापसी, पीएम ने कूनो नेशनल पार्क में छोड़े चीते

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन के मौके पर 17 सितम्बर देश को स्पेशल गिफ्ट दिया है. नामीबिया से स्पेशल विमान के जरिए भारत लाए गए चीतों को प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क के स्पेशल बाड़े में छोड़ दिया है.

चीतों को 30 दिनों तक विशेष बाड़े में ही रखा जाएगा. इस दौरान उनकी सेहत पर नजर रखी जाएगी. इसके बाद इन्हें जंगल में छोड़ा जाएगा. आज की तारीख हिंदुस्तान के लिए ऐतिसाहिक हैं क्योंकि 70 सालों के बाद रफ्तार के किंग यानि चीता की की देश में एंट्री हुई है.

नामीबिया से करीब आठ हजार पांच सौ किलोमीटर की सफर पूरी कर स्पेशल प्लेन मध्यप्रदेश के ग्वालियर में लैंड हुआ. यहां प्लेन से चीतों को तीन स्पेशल हेलीकॉप्टर में ट्रांसफर किया किया और फिर कुनो नेशनल पार्क तक का सफर चीतों ने हेलीकॉप्टर से पूरा.

70 साल बाद देश के जंगलों में चीतों की एंट्री से कुनो पार्क में रहने वाले जानवरों में भी खलबली है क्योंकि पीएम मोदी के नए जंगल बुक की वजह से यहां सबकुछ बदलने वाला है.

पीएम मोदी खुद लीवर हैंडल घुमाकर जैसे ही पिंजड़े का गेट खोला तो ये चीते विशेष रूप से तैयार किए गए बाड़े में आ गए. चीतों के लिए खास तौर पर तैयार इन आठ बाड़ों को ग्रीन मैट के जरिए आपस में बांटा गया है. यहां एक महीने तक चीते रहेंगे.

दुनिया के ये महाशिकारी कुनो के इस जंगल को अपना बनाने आ रहे हैं. हमेशा के लिए राज करने के मकसद से यहां पहुंचे हैं. लेकिन इनके लिए ये इतना आसान नहीं रहने वाला है. इसी जंगल में चीतों के पहले से कई दुश्मन मौजूद हैं. तो वहीं दोस्तों की भी कमी नहीं है जो चीतों की खातिर अपनी जान दांव पर लगाने को तैयार है.



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