पहल्गाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। इस हमले में 26 भारतीय पर्यटकों की मौत हुई थी, जिसके लिए भारत ने पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है, जबकि पाकिस्तान ने इन आरोपों से इनकार किया है।
इस घटना के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए और उन्हें देश छोड़ने का आदेश दिया। इसके परिणामस्वरूप, अटारी-वाघा सीमा को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। पिछले सप्ताह में 911 पाकिस्तानी नागरिक भारत छोड़ चुके हैं, जबकि कुछ भारतीय नागरिक भी पाकिस्तान गए हैं।
सीमा बंद होने से दोनों देशों के नागरिकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कई परिवार विभाजित हो गए हैं, और भारतीय नागरिकों को पाकिस्तान में प्रवेश की अनुमति नहीं मिल रही है। इससे विशेष रूप से सिख समुदाय प्रभावित हुआ है, जो लाहौर में स्थित धार्मिक स्थलों की यात्रा नहीं कर पा रहे हैं।
भारत और पाकिस्तान दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं, जिसमें वीजा निलंबन, व्यापार बंदी और कूटनीतिक संबंधों में कटौती शामिल है। संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने दोनों देशों से संयम बरतने और बातचीत के माध्यम से समाधान निकालने की अपील की है।
इस स्थिति ने क्षेत्रीय स्थिरता पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस संकट के शांतिपूर्ण समाधान की उम्मीद कर रहा है।