मंगलवार यानी 08 सितम्बर देश के उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान होगा. उसी दिन शाम तक परिणामों की घोषणा की जाएगी. मंगलवार को 50 दिनों बाद देश को नया उपराष्ट्रपति मिलेगा. बता दें, 21 जुलाई को जगदीप धनखड़ ने उप राष्ट्रपति पद से अचानक इस्तीफा दे दिया था.
एनडीए ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और विपक्षी गठबंधन ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है. आंकड़ों में तो एनडीए को साफ-साफ बहुमत मिल रहा है. हालांकि, पिछले दो दशक में पहली बार मुकाबला टक्कर का हो सकता है.
दिल्ली में आज भाजपा सांसदों को उपराष्ट्रपति पद के लिए वोटिंग के बारे में जानकारी दी जाएगी. इंडी गठबंधन भी अपने सांसदों को मतदान प्रक्रिया समझाने के लिए मॉक पोल करेगा. इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहयोगी दलों के सांसदों को डिनर देंगे.
उपराष्ट्रपति पद के लिए शनिवार नौ सितंबर 2025 को सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक संसद भवन में मतदान होगा. वोटों की गिनती शाम छह बजे से शुरू हो जाएगी और इसके बाद तुरंत बाद परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे. हर सांसद को विशेष पेन से बैलेट पर वरीयता लिखनी होगी और अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो वह अमान्य हो जाएगा. हर एक वोट एक समान ही होगा. 2017 में 11 और 2022 में 15 वोट अमान्य हुए थे.
क्रॉस वोटिंग का खतरा बरकरार
संसद के दोनों सदन लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य उप राष्ट्रपति पद के लिए वोट देते हैं. इसके लिए व्हिप जारी नहीं किया जा सकता है. अगर सभी सांसद अपने-अपने गठबंधन के आधार पर वोट करते हैं तो एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन 439 तो विपक्ष के रड्डी 324 वोट हासिल करेंगे, जिससे साफ है कि देश को अगला राष्ट्रपति भी एनडीए से आएगा. हालांकि, क्रॉस वोटिंग दोनों ही पक्ष के समीकरण बदल सकते हैं. इस वजह से दोनों ही पक्ष चुनाव की पूरी तैयारी कर रहे हैं.