Home ताजा हलचल सहारा जमाकर्ताओं का पैसा लौटाने के लिए रिफंड पोर्टल लॉन्च, अमित शाह...

सहारा जमाकर्ताओं का पैसा लौटाने के लिए रिफंड पोर्टल लॉन्च, अमित शाह बोले कानूनी लड़ाई शुरू

0

सहारा सहकारी समिति में जमाकर्ताओं की डूबी हुई रकम वापस करने के लिए गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रिफंड पोर्टल की शुरुआत की. गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सहारा समूह की बहुराज्य सहकारी समितियों के रिफंड पोर्टल को मंगलवार को लॉन्च कर दिया. बता दें कि इस पोर्टल का फायदा सहारा समूह के जमाकर्ताओं को होगा, जिन्हें लंबे समय से उनकी राशि का रिफंड नहीं किया गया है.

पोर्टल लॉन्च करते हुए अमित शाह ने कहा, ‘मोदी सरकार ने छोटे निवेशकों की चिंता की. सहारा रिफंड पोर्टल एक पारदर्शी जरिया बना है. इससे 5000 करोड़ रुपये वापस मिलेंगे. इसके साथ ही 1 करोड़ लोगों को शुरुआती तौर में फायदा होगा.’ उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण कार्यक्रम है, करोड़ों ऐसे लोग जिनकी गाढ़ी कमाई कोऑपरेटिव सोसाइटी में फंस गई है, उसकी वापसी के लिए कानूनी लड़ाई शुरू हुई है.

गृह और सहकारिता मंत्री ने कहा, ‘ अभी तक निवेशकों के हितों पर किसी का ध्यान नहीं गया. ऐसा पहली बार हुआ जब मल्टी एजेंसी सीजर हुआ. एजेंसी अपने इंट्रेस्ट का खयाल रखती है, निवेशकों के हितों का खयाल नहीं रखा गया. मोदीजी की सरकार ने ऐसे 70 करोड़ लोग जिनके पास पूंजी नहीं है, लेकिन कुछ करना चाहते हैं उनके बारे में सोचा. सहकारिता ही एक जरिया है जिसके जरिए ऐसे लोगों का सपना पूरा होता है. आज देश में ढाई करोड़ बहनें दूध का कारोबार कर देश में दूध की कमी को पूरा करती हैं.’

अमित शाह ने अपने संबोधन में आगे कहा, ‘सहारा का उदाहरण लीजिए कई सालों से कोर्ट में केस चला, मल्टी एजेंसी सीजर हुआ, मोदीजी की सरकार ने ऐसे हालात में निवेशकों के हितों को लेकर रिफंड पोर्टल के जरिए एक पहल की है. सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज निवेशकों की परेशानी समझ कर काम करेंगे ये हमारे लिए गौरव की बात है. जिन्होंने निवेश किया है उनके पैसों को वापस करने से कोई नहीं रोक सकता है. यह बहुत बड़ी शुरुआत है.’ कार्यक्रम के बाद गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह कुछ छोटे निवेशकों से मिले जिनके पैसे सहारा कॉपरेटिव सोसाइटी में फंसे हुए हैं. इस रिफंड पोर्टल के जरिए उनकी रकम वापसी प्रक्रिया की शुरुआत हो रही है.






NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version