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ये रही पोस्ट ऑफिस की छोटी बचत योजनाएं- मिलेगा सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न, जानें मेच्योरिटी से लेकर हर डिटेल

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पोस्ट ऑफिस की छोटी बचत योजनाएं हमेशा से ही निवेश करने के लिए बेहतर विकल्प रही हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह है कि इसमें अच्छे रिटर्न के साथ आपके पैसों की सुरक्षा की गारंटी रहती है. इन बचत योजनाओं पर ब्याज दरें सरकार की छोटी बचत योजनाओं की तरह चलती हैं, जिनकी तिमाही आधार पर समीक्षा की जाती है. जहां एक और बैंक फडी की ब्याज दरों में कटौती कर रही है वहीं पोस्ट ऑफिस कई योजनाओं की पेशकश कर रही है. ग्राहक यहां इन्वेस्ट कर अच्छी कमाई कर सकते हैं. बचत खाता (Saving Account) डाकघर वर्तमान में व्यक्तिगत / संयुक्त बचत खातों पर प्रति वर्ष 4 प्रतिशत ब्याज देता है. बचत खाते में न्यूनतम बैलेंस 500 ​​रुपये होना जरुरी है. अगर आपके खाते में 500 रुपये का मिनिमम बैलेंस नहीं है तो आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है. दरअसल, डिपार्टमेंट ऑफ पोस्ट ने पोस्ट ऑफिस अकाउंट में मिनिमम बैलेंस की सीमा को 50 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया है. अगर आपके खाते में कम से कम 500 रुपये नहीं रहेंगे तो वित्तिय वर्ष के अंतिम कार्य दिवस को पोस्ट ऑफिस आप पर 100 रुपये पेनाल्टी के रूप में वसूलेगा. ऐसा हर ​साल ​किया जाएगा. अगर इन खातों में जीरो बैलेंस होता है तो इस अकाउंट को अपने आप बंद कर दिया जाएगा. रिकरिंग डिपॉजिट (RD) इस योजना में न्यूनतम निवेश राशि 10 रुपये और अधिकतम निवेश राशि की कोई सीमा नहीं है. पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट रेगुलर इंटरवल पर छोटी छोटी राशि के निवेश का मौका देती है. इसकी मेच्येारिटी 5 साल की होती है. इसे आगे भी बढ़ा सकते हैं. यह मौजूदा तिमाही के लिए 5.8 प्रतिशत की ब्याज दर प्रदान करता है. मंथली इनकम स्कीम (MIS) इस स्कीम में न्यूनतम 1,000 रुपए और अधिकतम 4.5 लाख रुपए का निवेश कर सकते हैं. लेकिन, ज्वाइंट खाते में अधिकतम 9 लाख रुपए तक जमा किया जा सकता है. यह योजना रिटायर्ड कर्मचारियों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए तो काफी फायदेमंद है. इस योजना में सालाना 6.6 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है. इसका भुगतान हर महीने होता है. FD या टाइम डिपॉजिट पोस्ट ऑफिस एफडी में 1, 2 , 3 और 5 साल के लिए निवेश किया जा सकता है. अलग-अलग अवधि की एफडी पर अलग-अलग ब्याज दरें मिलती हैं. 1 से लेकर 3 साल तक के लिए जमा पर 5.5 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलता है. पांच साल की जमा पर 6.7 प्रतिशत का रिटर्न मिलता है. पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) इस योजना में भी निवेश की राशि, ब्याज और मेच्योरिटी राशि तीनों में ही आयकर से छूट मिलती है. इस योजना में 15 साल का लॉक-इन पीरियड होता है, लेकिन सात साल बाद से आंशिक निकासी की सुविधा दी गई है. इस योजना को मेच्योरिटी के बाद 5—5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं. यह योजना प्रतिवर्ष 7.1 प्रतिशत की ब्याज दर प्रदान करती है, इस योजना में न्यूनतम निवेश राशि 500 रुपये और अधिकतम निवेश राशि 1.50 लाख रुपये सालाना रखी गई है. नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) की मेच्योरिटी 5 साल होती है. इस योजना में भी धारा 80 सी के तहत आयकर में छूट मिलती है. NSC में न्यूनतम निवेश राशि 100 रुपये और अधिकतम निवेश राशि की कोई सीमा नहीं है. इस योजना में 6.8 फीसदी सालाना ब्याज मिलता है. सीनियर सिटीजन सेविग्स स्कीम (SCSS) यह वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) में 60 साल या इससे अधिक की उम्र के वरिष्ठ नागरिक इस स्कीम में निवेश कर सकते हैं. स्कीम के तहत प्रति वर्ष 7.4 प्रतिशत की दर से तिमाही आधार पर जमा पर ब्याज मिलता है. स्कीम में निवेश पर सेक्शन 80सी के तहत टैक्स छूट मिलती है. किसान विकास पत्र (KVP) किसान विकास पत्र 6.9 प्रतिशत की ब्याज दर प्रदान करता है. इस योजना में न्यूनतम निवेश राशि की सीमा 1,000 रुपये और अधिकतम निवेश राशि की कोई सीमा नहीं है. मेच्योरिटी टाइम 124 महीने का है. सुकन्या समृद्धि खाता इस योजना में 7.6 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलता है, जिसकी गणना वार्षिक आधार पर की जाती है. निवेश करने के लिए आवश्यक न्यूनतम राशि 250 रुपये है और अधिकतम 1,50,000 रुपये है. अधिकतम दो बेटियों के लिए स्कीम के तहत खाते खुलवाए जा सकते हैं.

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