भारत और चिली ने 8 मई 2025 को व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (CEPA) के लिए संदर्भ शर्तों (ToR) पर हस्ताक्षर किए, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। पहला वार्ता दौर 26 से 30 मई 2025 के बीच नई दिल्ली में आयोजित होगा।
यह CEPA मौजूदा प्रेफरेंशियल ट्रेड एग्रीमेंट (PTA) पर आधारित होगा, जिसे 2006 में लागू किया गया था और 2016 में विस्तारित किया गया था। नया समझौता डिजिटल सेवाओं, निवेश, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME), और महत्वपूर्ण खनिजों जैसे क्षेत्रों को शामिल करेगा, जिससे दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग और गहरा होगा।
चिली, जो तांबा और लिथियम जैसे महत्वपूर्ण खनिजों का प्रमुख उत्पादक है, भारत की ऊर्जा संक्रमण और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के लिए आवश्यक संसाधनों की मांग को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। भारतीय कंपनियां चिली के साथ दीर्घकालिक आपूर्ति समझौते और संयुक्त उद्यमों की संभावनाओं की तलाश कर रही हैं।