भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष डॉ. वी. नारायणन ने रविवार को मणिपुर के इम्फाल में केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के 5वें दीक्षांत समारोह में कहा कि देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कम से कम 10 सैटेलाइट्स 24 घंटे सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “हमारे पास 7,500 किमी लंबी समुद्र तटरेखा और उत्तरी सीमाओं की निगरानी के लिए सैटेलाइट और ड्रोन तकनीक आवश्यक हैं।”
यह बयान भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच आया है। 7 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंधूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-आधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया था, जो 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का प्रतिशोध था।
नारायणन ने यह भी बताया कि ISRO ने अब तक 34 देशों के लिए 433 सैटेलाइट्स को कक्षा में स्थापित किया है और 2040 तक देश का पहला अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने की योजना है।
उनके अनुसार, सैटेलाइट तकनीक न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए, बल्कि आपदा प्रबंधन, मौसम पूर्वानुमान, शिक्षा और दूरसंचार जैसे नागरिक उपयोगों के लिए भी महत्वपूर्ण है।