कोटा में एक और दुखद घटना घटी है, जहाँ बिहार के कटिहार निवासी 16 वर्षीय नीट (NEET) उम्मीदवार तमीम इकबाल ने अपने छात्रावास के कमरे में पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह कोटा में महज 20 दिन पहले नीट की तैयारी के लिए आया था। यह इस वर्ष कोटा में छात्र की आत्महत्या की 13वीं घटना है, और अप्रैल माह में यह तीसरी घटना है।
पुलिस के अनुसार, तमीम ने सोमवार रात अपने कमरे का दरवाजा नहीं खोला, जिसके बाद छात्रावास के कर्मचारियों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर उसे पंखे से लटका पाया। कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, और आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
तमीम के चाचा ने बताया कि उसने 27 अप्रैल को उनसे बात की थी और सब कुछ ठीक होने की बात कही थी। उनका कहना था कि नीट की तैयारी या परिवार के कारण आत्महत्या नहीं की गई है। हालांकि, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
कोटा, जिसे ‘कोचिंग हब’ कहा जाता है, में छात्रों पर अत्यधिक दबाव के कारण आत्महत्याओं की घटनाएँ बढ़ रही हैं। 2024 में यहाँ 17 छात्रों ने आत्महत्या की थी, जबकि 2023 में यह संख्या 26 थी।
यह घटना छात्रों की मानसिक स्वास्थ्य और कोचिंग संस्थानों की जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल उठाती है।