महाराष्ट्र के नाशिक शहर में मंगलवार देर रात एक अवैध दरगाह के विध्वंस के दौरान हिंसा भड़क उठी, जिसमें 21 पुलिसकर्मी घायल हो गए और 22 लोगों को हिरासत में लिया गया।
यह घटना कथी गली क्षेत्र में स्थित सटपीर बाबा दरगाह के विध्वंस के दौरान हुई, जिसे बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश के अनुसार नाशिक नगर निगम (NMC) द्वारा हटाया जा रहा था। दरगाह के ट्रस्टियों ने मंगलवार रात को ही संरचना को हटाने की प्रक्रिया शुरू की थी। हालांकि, इस दौरान एक भीड़ ने विरोध करते हुए पुलिस और स्थानीय नेताओं पर पथराव किया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े। इस हिंसा में तीन पुलिस वाहनों को भी नुकसान पहुंचा। पुलिस ने 22 लोगों को हिरासत में लिया है और आगे की जांच जारी है।
फिलहाल क्षेत्र में शांति है, लेकिन पुलिस की सतर्क निगरानी बनी हुई है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई कानूनी आदेशों के तहत की गई थी और किसी भी धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का उद्देश्य नहीं था।