प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 जुलाई से 9 जुलाई तक पांच देशों का आठ दिवसीय कूटनीतिक दौरा करेंगे, जो उनके पिछले दस वर्षों में सबसे लंबा विदेश दौरा होगा ।
मोदी की यात्रा की शुरुआत होगी घाना से (2–3 जुलाई), जहाँ वे राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे और वैक्सीन निर्माण, ऊर्जा, रक्षा व डिजिटल सार्वजनिक संरचना (DPI) पर चर्चा करेंगे । इसके बाद 3–4 जुलाई को ट्रिनिदाद और टोबागो का दौरा होगा, जहाँ वे संयुक्त संसदीय सत्र को संबोधित करेंगे — यह 1999 के बाद पहला प्रधानमंत्री-स्तरीय दौरा है ।
4–5 जुलाई तक अर्जेंटीना की यात्रा में कृषि, खनिज, रक्षा व नवीकरणीय ऊर्जा पर समझौते करने की योजना है, साथ ही राष्ट्रपति जमावेर मिली से द्विपक्षीय वार्ता होगी ।
इसके तुरंत बाद वे 6–8 जुलाई को ब्राजील जाएंगे, जहां वे 17वीं BRICS बैठक में भाग लेंगे और वैश्विक शासन सुधार, जलवायु, स्वास्थ्य, एआई व वित्तीय सहयोग जैसे मुद्दों पर बोलेंगे। ब्राजील में उनका यह चौथा दौरा होगा ।
दौरे का समापन होगा 9 जुलाई को नामीबिया में, जहाँ वे संसद को संबोधित करेंगे और भारत की डिजिटल भुगतान प्रणाली (UPI) को लागू करने की पहल करेंगे ।
यह यात्रा भारत की Global South नीतियों पर ध्यान केंद्रित करेगी—विशेषकर ऊर्जा, खनिज, रक्षा, डिजिटलरण, और आतंकवाद-विरोधी गठबंधनों के संदर्भ में । यह दौरा मोदी का दूसरा पाँच-देशीय दौरा है, पहला 2016 में था।