148वीं जगन्नाथ रथयात्रा की तैयारी में गुजरात सरकार और पुलिस ने बेहद सख्त सुरक्षा कवच तैयार किया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अध्यक्षता में हाई‑लेवल मीटिंग में 18 किमी लंबे रूट पर कुल 23,884 पुलिसकर्मी, जिसमें SRP, RAF, चेतक कमांडो और सिटी पुलिस शामिल हैं, तैनात करने का निर्णय लिया गया। 4,500 मोबाइल टुकड़ी रथ और भजन मंडलियों के साथ थिरकते हुए चलेगी। ट्रैफ़िक नियंत्रण के लिए 1,000 अधिकारी और 23 क्रेन मुस्तैद रहेंगी।
सुरक्षा वार रूट पर 227 CCTV कैमरे, 41 ड्रोन, 2,872 बॉडी‑वॉर्न कैमरे और 25 वॉच टावर लगाए जाएंगे। सभी वाहन GPS ट्रैकिंग के अंतर्गत रहेंगे। भीड़ एवं आग की घटनाओं को लेकर पहली बार AI‑बीस्ड सिस्टम की मदद ली जाएगी, जो रीयल‑टाइम वीडियो एनालिसिस से क्राउड डेंसिटी और संभावित आग की स्थिति का अनुमान लगा कर अलर्ट भेजेगा ।
इसके अलावा AR‑VR का उपयोग करके पुलिस अधिकारियों को वर्चुअल रूट ट्रेनिंग दी जाएगी और क्राउड‑मैनेजमेंट सॉफ़्टवेयर भी डिप्लॉय किया गया है। जनता की सहायता के लिए 17 हेल्प सेंटर और 44 पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाए जाएंगे।
यह व्यापक व्यवस्था न केवल सुरक्षा को सुदृढ़ बनाती है, बल्कि गुजरात में एक नए युग की शुरुआत भी करती है, जहाँ आधुनिक तकनीक को बड़ी पूजा‑यात्राओं में प्रभावी ढंग से लागू किया जाएगा।