राजस्थान के अजमेर जिले में एक अंग्रेज़ी शिक्षिका गर्गी दास (मेडमोइसेल, Mayo College Girls School) को साइबर अपराधियों ने ₹12.8 लाख की चपत लगाई। अपराधियों ने TRAI अधिकारी और मुंबई क्राइम ब्रांच के अफसरों का रुप धरकर वीडियो कॉल के ज़रिए उन्हें डराया-धमकाया था ।
इन्होंने कहा कि कनाडा में मनी लॉन्ड्रिंग का FIR उनके खिलाफ दर्ज हो चुका है और उन्हें चुप रहने का निर्देश दिया गया। शिक्षिका को डराने-धमकाने के बाद चार अलग-अलग ट्रांजैक्शन्स में ₹12.8 लाख जमा करने पर मजबूर किया गया।
अजमेर पुलिस ने इसके तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, और आज चौथा आरोपी, जूनजा राम उर्फ़ जीतो (23 वर्ष, बारमेर), भी जयपुर से हिरासत में लिया गया है। जांच में पता चला कि ₹1 लाख की रकम उसी के खाते में ट्रांसफर की गई थी, जिसके लिए उसे केवल ₹10,000 कमीशन मिला था ।
इस गिरफ्तारी से साइबर ठगी रैकेट की जटिलता और नेटवर्क की पैठ का पता चलता है। पुलिस अब अन्य सहयोगियों की पहचान के लिए पूछताछ कर रही है। मामला GDPR की तरह है कि कैसे डर के ज़रिए व्यक्ति की वित्तीय जानकारी का दुरुपयोग किया जाता है।