केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने एक अंतरराष्ट्रीय साइबर धोखाधड़ी गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसने अमेरिका और कनाडा के नागरिकों को निशाना बनाया। एजेंसी ने तीन अलग-अलग ठिकानों पर छापे मारकर मॉडर्न डिजिटल साक्ष्य और आरोपी राहुल अरोड़ा को गिरफ्तार किया ।
CBI ने ₹2.8 करोड़ मूल्य के वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (क्रिप्टोकरेंसी) और ₹22 लाख से अधिक अवैध नकदी जब्त की। इसके अलावा, डिजिटल फ्रॉड के लिए कॉलिंग टूल, सोशल इंजीनियरिंग सिस्टम और वॉइस रिकॉर्डिंग सहित तकनीकी उपकरणों की भी बरामदगी हुई ।
यह कार्रवाई ‘चक्र‑V’ ऑपरेशन का हिस्सा है, जिसमें CBI वैश्विक स्तर पर डिजिटल फ्रॉड का मुकाबला कर रही है। गिरफ्तार राहुल अरोड़ा को विशेष CBI कोर्ट में पेश किया जाएगा। CBI अब गिरोह के अन्य सदस्यों और ट्रांजैक्शन चैनल्स की भी जांच कर रही है ताकि अंतरराष्ट्रीय हवाला कनेक्शन का पता लगाया जा सके ।
इस छापेमारी से CBI की साइबर क्राइम नियंत्रण क्षमता प्रकाशित होती दिखाई दे रही है, जो डिजिटल धोखाधड़ी टोके द दाहिने स्वरूपों के खिलाफ कदम बढ़ा रही है।